मुनाफे और शोषण के बूते फल-फूल रहा पूंजीवाद
जागरण संवाददाता, देहरादून : केंद्रीय कर्मचारी कामगार महासंघ की दो दिवसीय राष्ट्रीय बैठक श्रमिक हितों
जागरण संवाददाता, देहरादून : केंद्रीय कर्मचारी कामगार महासंघ की दो दिवसीय राष्ट्रीय बैठक श्रमिक हितों पर केंद्रित रही। बुधवार को समापन अवसर पर प्रख्यात अर्थशास्त्री डॉ. वेंकटेश आत्रे ने 'च्वाइस बिफोर ह्यूमैनिटी सोशलिज्म एंड डिस्ट्रक्शन' विषय पर विचार रखते हुए कहा कि पूंजीवादी व्यवस्था सिर्फ मुनाफेऔर शोषण केसहारे ही फलती-फूलती है। जिसके फलस्वरूप श्रमिकों एवं कर्मचारियों का शोषण होता है। वर्तमान परिदृश्य भी इसी तरफ इशारे कर रहा है।
दूसरे सत्र में एम. कृष्णन ने महासंघ के 60 वषरें के कर्मचारियों के संघर्ष व उससे कर्मचारियों को मिले अधिकारों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने उम्मीद जताई कि केंद्रीय कर्मियों की राष्ट्रीय एकता एवं संघर्ष की विरासत को उत्तराखंड केंद्रीय कर्मचारी कामगार समन्वय समिति और मजबूती प्रदान करेगी। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि उत्तराखंड के कर्मचारी संगठन पूरी मुस्तैदी के साथ अपनी समस्याएं संबंधित विभागाध्यक्षों और सरकार के समक्ष रखे। बैठक में सीजीएचएस डिस्पेंसरी में लगभग 20 हजार से अधिक अंशधारक होने के बावजूद संसाधन व कर्मचारियों की कमी पर चिंता जाहिर की गई। निर्णय लिया गया कि महासंघ केंद्र सरकार के समक्ष इस मसले को प्राथमिकता के साथ उठाएगा।