शिव मंदिर के आंगन में बिखरेंगे 'विरासत' के रंग
जागरण संवाददाता, देहरादून: भोजपुर (मध्यप्रदेश) के प्रसिद्ध शिव मंदिर की थीम पर इस बार दून की जनता 'व
जागरण संवाददाता, देहरादून: भोजपुर (मध्यप्रदेश) के प्रसिद्ध शिव मंदिर की थीम पर इस बार दून की जनता 'विरासत' के रंग से रूबरू होगी। महोत्सव ओएनजीसी के अंबेडकर स्टेडियम में आज से आरंभ होगा। इस शिव मंदिर को उत्तर भारत का सोमनाथ भी कहा जाता है। इस मंदिर की स्थापना 1015 साल पहले राजा भोज ने की थी। 15 दिन तक चलने वाले इस महोत्सव में कई नामी शख्सियतें प्रस्तुति देंगी। साथ ही लोक रंग भी बिखरेंगे। हालांकि, शेड्यूल में उत्तराखंडी संस्कृति से रूबरू कराने के लिए सिर्फ दो प्रोग्राम रखे हैं।
शनिवार को राजपुर रोड स्थित एक होटल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए रीच संस्था के कोषाध्यक्ष लोकेश ओहरी ने बताया कि विरासत आर्ट्स एंड हेरिटेज फेस्टिवल है। इसका उद्देश्य नवोदित कलाकारों को मंच उपलब्ध कराना है। साथ ही देश-विदेश की नामचीन कलाकारों से देहरादून की जनता को रूबरू कराने का प्रयास भी किया जाता है। उन्होंने बताया कि महोत्सव में खलंगा हेरिटेज वॉक, चित्रकला प्रतियोगिता, क्राफ्ट्स प्रतियोगिता मालदेवता हेरिटेज वॉक का आयोजन भी होगा। प्रेसवार्ता में रीच संस्था की संयुक्त सचिव विजयश्री जोशी, प्रियंवदा अय्यर, राजश्री जोशी आदि मौजूद रहे।
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प्रमुख कार्यक्रम
29 नवंबर: संतूर वादक पंडित भजन सोपोरी की प्रस्तुति।
30 नवंबर: देहरादून का भैरवास बैंड
एक दिसंबर: लक्ष्य मोहन और आयुष मोहन गुप्ता की सितार-सरोद जुगलबंदी
दो दिसंबर: बिहार बंधु का ध्रुपद गायन
तीन दिसंबर: आस्ट्रिया के इंडियन एक्सप्रेस बैंड की प्रस्तुति।
चार दिसंबर: सूफी गायक लखविंद वड़ाली की प्रस्तुति।
पांच दिसंबर: गजल गायक चंदन दास की प्रस्तुति।
छह दिसंबर: जौनसारी नृत्य और अवधी-भोजपुर गायिका मालिनी अवस्थी की प्रस्तुति।
सात दिसंबर: मुशायरा
आठ दिसंबर: पांडवानी गायक पद्श्री पूनाराम निषाद
नौ दिसंबर: सेक्सोफोनिस्ट खलील एंड ग्रुप
10 दिसंबर: कराची के कव्वाल फरीद अय्याज और अबू मोहम्मद
11 दिसंबर: सरोद वादक आशीष खान
12 दिसंबर: गढ़वाली नृत्य और वड़ाली बंधु की प्रस्तुति
13 दिसंबर: बस्तर बैंड