सीएम दफ्तर के कुछ अफसर निशाने पर
राज्य ब्यूरो, देहरादून: स्वास्थ्य विभाग में हुए करोड़ों के टैक्सी बिल घोटाले में तत्कालीन मुख्यमंत्री
राज्य ब्यूरो, देहरादून: स्वास्थ्य विभाग में हुए करोड़ों के टैक्सी बिल घोटाले में तत्कालीन मुख्यमंत्री कार्यालय के कुछेक अफसरों की भूमिका की जांच शासन ने तेज कर दी है। इस कड़ी में जांच अधिकारी अपर सचिव पर्यटन आशीष जोशी ने तत्कालीन मुख्यमंत्री के दौरों के बारे में प्रॉटोकाल विभाग से विस्तृत सूचनाएं मांगी हैं। प्रॉटोकाल विभाग की इस सूचनाओं से टैक्सी के बिलों में दर्शाए गए मुख्यमंत्री के दौरों का मिलान किया जाएगा, ताकि इन बिलों की हकीकत से पर्दा उठ सके।
स्वास्थ्य विभाग में फर्जी टैक्सी बिल घोटाले का खुलासा पूर्व में महानिदेशक स्वास्थ्य द्वारा की गई जांच रिपोर्ट में हुआ था। स्वास्थ्य महानिदेशक की जांच में यह पाया गया था कि तत्कालीन मुख्यमंत्री के विभिन्न जिलों में भ्रमण कार्यक्रमों के नाम पर टैक्सियों के फर्जी बिल प्रस्तुत करके करोड़ों रुपये का भुगतान किया गया। इस घोटाले में कुछ निजी ट्रैवल्स कंपनियों के साथ ही विभाग के तत्कालीन 13 सीएमओ व सीएमएस को दोषी पाया गया था।
साथ ही, तत्कालीन मुख्यमंत्री कार्यालय के कई अफसरों की भूमिका पर भी संदेह जताया गया। मामला मुख्यमंत्री कार्यालय से जुड़ने के बाद सरकार शासन स्तर के किसी अधिकारी से इस बिंदु पर विस्तृत जांच कराने के निर्देश दिए थे, जिसके बाद यह जांच अपर सचिव पर्यटन आशीष जोशी को सौंपी गई। माना जा रहा है कि फर्जी बिलों में दर्शाए गए मुख्यमंत्री के दौरों का मिलान अब प्रॉटोकाल विभाग की सूचनाओं से किया जा रहा है। अपर सचिव आशीष जोशी ने बताया कि जांच अभी चल रही है। जांच पूर्ण होने पर रिपोर्ट प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को सौंपी जाएगी।