गोकशी पर नियमों का पालन हो: बुखारी
राज्य ब्यूरो, देहरादून: जामा मस्जिद नई दिल्ली के शाही इमाम सैय्यद अहमद बुखारी ने कहा है कि गोकशी पर
राज्य ब्यूरो, देहरादून: जामा मस्जिद नई दिल्ली के शाही इमाम सैय्यद अहमद बुखारी ने कहा है कि गोकशी पर रोकथाम के नियम बनाए गए हैं। यदि कोई नियम का उल्लंघन करता है तो नियमों के तहत कार्रवाई हो। किसी को अधिकार नहीं की वह कानून हाथ में ले। एक शख्स को केवल शक की बुनियाद पर मार डालना ठीक नहीं। शाही इमाम ने इस मसले पर सपा सरकार के मंत्री आजम खान पर भी निशाना साधते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र में इस मुद्दे को उठाने की बात कह कर वे खुद को चमकाने व अपने जुर्म को छिपाने के लिए ऐसा कर रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि उत्तर प्रदेश सरकार इस मसले पर गंभीर थी तो संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए अभी तक एसएसपी और डीएम को सस्पेंड क्यों नहीं किया गया। उन्होंने इस मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी चुप्पी तोड़ने की अपील की है।
बुधवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत को अपने पुत्र की शादी का निमंत्रण देने बीजापुर स्थित राज्य अतिथि गृह पहुंचे शाही इमाम ने कहा कि दादरी का वाकया तो कुछ दिन पहले का है। उत्तर प्रदेश में निगाह डाली जाए तो सूरतेहाल काफी तकलीफदेह है। उन्होने कहा कि दादरी मसले पर कुछ लोग ¨हदू व मुस्लिमों के बीच दरार डालने का काम कर रहे हैं, नफरत को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है। यदि कहीं गोकशी होती है तो उसे बेचने वाले, काटने वाला और खरीदने वाला तीनों जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि देश में गोकशी रोकने के लिए कानून बना है लेकिन पुलिस और प्रशासन की मिलीभगत से यह कार्य चल रहा है। उन्होंने आजम खान को निशाने पर लेते हुए कहा कि रामपुर में कितनी गाय काटी जा रही है और उन्हें रोकने के लिए क्या किया। उन्होंने कहा कि गुनाह चंद लोग करते हैं लेकिन इसकी सजा सभी को नहंी दी जा सकती। शाही इमाम ने कहा कि प्रधानमंत्री एक मजहब नहीं बल्कि पूरे देश की नुमाइंदगी करते हैं। वे इस मसले पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए राय दें और सख्त कदम उठाएं। नफरत को बढ़ावा देने वाले के खिलाफ कड़े कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि ¨हदुओं की धार्मिक भावनाओं का सम्मान किया जाना चाहिए।
लालू के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए इमाम बुखारी ने कहा कि लालू का बयान वोट बैंक की राजनीति से प्रेरित है। इसी सियासत में लोग पिस रहे हैं। उन्होंने कहा कि धर्मनिरपेक्षता ने देश को जोड़ा है, लोग इसे तोड़ना चाहते हैं। उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी मुसलमानों को केवल राजनीतिक मोहरा बना कर रखा हुआ है। इन्हें कुछ नहीं मिला है। न बच्चों की सुरक्षा है न अच्छी शिक्षा और न ही रोजगार मिल पाया है।