ITBP के गारद कमांडर को मारने वाला जवान चंडीगढ़ में गिरफ्तार
देश की प्रतिष्ठित लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी मसूरी की सुरक्षा में तैनात भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) के सब इंसपेक्टर (गारद कमांडर) पर गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतारने के आरोपी जवान को चंडीगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
देहरादून। देश की प्रतिष्ठित लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी मसूरी की सुरक्षा में तैनात भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) के सब इंसपेक्टर (गारद कमांडर) पर गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतारने के आरोपी जवान को चंडीगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया है। चंडीगढ़ पुलिस ने एक युवती को भगाने के आरोप में उसे पकड़ा, लेकिन पूछताछ के बाद वह मसूरी गोलीकांड का आरोपी निकला। आरोपी को लाने देहरादून पुलिस चंडीगढ़ रवाना हो गई। एसएसपी ने इसकी पुष्टि की है।
शुक्रवार शाम करीब छह बजे आइटीबीपी जवान चंद्रशेखर ने एलबीएसएए की सुरक्षा चौकी पर तैनात गारद कमांडर सुरेंद्र लाल पर एलएमजी से गोलियां बरसा कर मौत घाट उतार दिया था। बचाव में आया एक जवान अख्तर भी गोली लगने से घायल हो गया था, जबकि दो जवान बाल-बाल बचे।
वारदात के बाद से हमलावर जवान एलएमजी और कारतूस लेकर फरार हो गया था। आइटीबीपी और पुलिस की 12 टीमें शुक्रवार शाम से ही आरोपी की तलाश में जुटी थी। करीब 36 घंटे बाद आरोपी जवान को चंडीगढ़ सेक्टर 36 थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर दिया है। चंडीगढ़ के सेक्टर-36 थाना प्रभारी(एसएचओ) इंस्पेक्टर रामदयाल ने बताया की आरोपी चंद्रशेखर ने आत्मसमर्पण नहीं किया, बल्कि उसे गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया की पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी की आरोपी किसी लड़की को भगा कर लाया है। जिसके चलते थाना-36 पुलिस ने उसे फ्रेग्रेन्स गार्डन (पार्क) से गिरफ्तार किया। जिस दौरान पुलिस को पूछताछ के दौरान पता लगा की आरोपी देहरादून-मसूरी गोलीकांड का आरोपी है।
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