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कुत्तों के काटने पर नहीं लगा रहा सीरम का मरहम'

जागरण संवाददाता, देहरादून: प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी दून अस्पताल में पिछले सात महीन से एंटी रैबीज

By Edited By: Published: Mon, 06 Jul 2015 10:54 PM (IST)Updated: Mon, 06 Jul 2015 10:54 PM (IST)
कुत्तों के काटने पर नहीं लगा रहा सीरम का मरहम'

जागरण संवाददाता, देहरादून: प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी दून अस्पताल में पिछले सात महीन से एंटी रैबीज सीरम उपलब्ध नहीं है। यह सच इसलिए भी ज्यादा कचोटने वाला है क्योंकि शहर में आवारा कुत्तों का खौफ और उनके काटने के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में लोग बाहर से सीरम खरीद रहे हैं, वहीं ज्यादातर इसे लगाना नजरअंदाज कर रहे हैं। जबकि यह जानलेवा साबित हो सकता है।

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दून अस्पताल में मरीज को इंजेक्शन और सीरम मुफ्त में लगाया जाता है। मगर नवंबर से यहां सीरम खत्म है। ऐसे में मरीजों को सिर्फ इंजेक्शन लगाया जा रहा है। जबकि आवार कुत्तों के काटने पर इंजेक्शन के बाद इंफेक्शन रोकने के लिए सीरम लगाना अनिवार्य है। मगर कुछ लोग जानकारी और रुपयों के अभाव में सिर्फ इंजेक्शन लगा रहे हैं।

दवा के बढ़ गए दाम

किसी कुत्ते के काटने पर बच्चों को सीरम की एक वायल (पांच एमएल), जबकि बड़ों को दो वायल दवा की जरूरत होती है। सीरम की कीमत 400 से बढ़कर 630 रुपये तक पहुंच गई है। ऐसे में व्यस्क आदमी को एंटरी रैबिज सीरम के लिए 1260 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं।

बढ़ रहे कुत्तों के हमले के मामले

जनवरी- 649

फरवरी- 784

मार्च- 769

अप्रैल- 769

मई- 783

बजट की कमी के कारण एंटी रैबीज सीरम का स्टॉक नहीं मंगाया जा रहा। जरूरतमंद मरीज के लिए अस्पताल लोकल पर्चेज से सीरम मंगा रहा है।

- डॉ. आरएस असवाल, पीएमएस दून अस्पताल


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