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चार धाम मार्ग कार्ययोजना के लिए 11697 करोड़

राज्य ब्यूरो, देहरादून केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय चार धाम यात्रा मार्ग पर 889 किमी स

By Edited By: Published: Sat, 04 Jul 2015 01:12 AM (IST)Updated: Sat, 04 Jul 2015 01:12 AM (IST)
चार धाम मार्ग कार्ययोजना के लिए 11697 करोड़

राज्य ब्यूरो, देहरादून

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केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय चार धाम यात्रा मार्ग पर 889 किमी सड़क निर्माण पर 11697.317 करोड़ रुपये खर्च करेगा। मंत्रालय की ओर से चार धाम यात्रा के लिए प्रस्तावित टू लेन मार्ग, मरम्मत कार्य और अन्य विकल्पों को लेकर पेश की गई कार्ययोजना में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कई स्तरों पर प्राथमिकताएं तय करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक मार्ग को शीर्ष प्राथमिकता पर शुरू किया जाए। जोशीमठ से बदरीनाथ मार्ग के लिए विशेष योजना तैयार की जानी चाहिए।

सचिवालय में शुक्रवार को केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री हरीश रावत और केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा पुनरुद्धार मंत्री उमा भारती के सामने चार धाम यात्रा मार्ग के संबंध में कार्ययोजना प्रस्तुत की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि चार धाम यात्रा मार्ग पर प्राथमिकता के तौर पर सबसे पहले मरम्मत कार्य शुरू किए जाएं। जिन स्थानों पर भूस्खलन अधिक होने की संभावना है, उसका समाधान निकाला जाए। अ‌र्द्धकुंभ मेला से पहले फोरलेन के बजाए टू लेन मार्ग पर काम किया जाए। उन्होंने रोशनाबाद बिहारीगढ़ राजमार्ग को एनएच के अधीन लेने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि चार धाम यात्रा मार्ग की कार्ययोजना में स्थानीय हितों का ध्यान रखा जाना चाहिए। ऋषिकेश से बदरीनाथ मार्ग पर अधिक भूस्खलन वाले क्षेत्रेा में सुरक्षा दीवार के कार्य हों और वहां उच्च क्षमता की मशीनें रखी जाएं।

उन्होंने कहा कि चार धाम मार्ग पर प्रस्तावित कार्ययोजना में तेजी लाने के लिए लोक निर्माण विभाग का एक नोडल अधिकारी नामित किया जाएगा, जो वन भूमि समेत अन्य प्रकरणों को जल्द मंजूरी दिलाने में केंद्रीय मंत्रालय को सहयोग करेाग। उन्होंने सिंचाई सचिव को खैरोगंगा के संबंध में प्रस्ताव तैयार कर जल संसाधन मंत्रालय को भेजने के निर्देश दिए। बदरीनाथ में एक अतिरिक्त ब्रिज बनाने, रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड मार्ग पर कुंड और तिलवाड़ा के संबंध में सिंचाई महकमे के साथ नदी के बदलते जल प्रवाह के संबंध में विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जानी चाहिए। साथ ही वैकल्पिक मार्ग की डिजाइन भी तैयार की जाए। केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने कहा कि चार धाम मार्ग कार्ययोजना राज्य के लिए उपयोगी सिद्ध होगी। उन्होंने राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों से गंगा नदी के किनारे बनने वाली सड़क के किनारे औषधीय पौधे लगाने और बदरीनाथ व केदारनाथ तक पहुंचने के लिए अन्य विकल्पों पर गौर करने का सुझाव दिया। राजमार्ग मंत्रालय के मुख्य अभियंता एके श्रीवास्तव ने चार धाम कार्ययोजना के बारे में बताया। बैठक में बदरीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी, अपर मुख्य सचिव राकेश शार्म, प्रमुख सचिव एस रामास्वामी, अपर सचिव अरविंद हयांकी समेत कई अधिकारी मौजूद थे।


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