हम कोई गैर कानूनी काम नहीं कर रहे: एडीबी
जागरण संवाददाता, देहरादून: खुदी सड़कों पर घुटने-घुटने कीचड़ गवाही दे रहा है कि शहर में 'विकास' कार्य क
जागरण संवाददाता, देहरादून: खुदी सड़कों पर घुटने-घुटने कीचड़ गवाही दे रहा है कि शहर में 'विकास' कार्य की रफ्तार क्या है। मामला चाहे रोचीपुरा का हो या गोविंदगढ़ का, तस्वीर यही है। जनता की पीड़ा पर मुख्यमंत्री हरीश रावत भी चिंता जता चुके हैं। दबाव बढ़ा तो प्रशासन भी कड़क हुआ और निर्माण एजेंसी एडीबी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया। बावजूद इसके एडीबी विंग के अधिकारी इसके लिए खुद को दोषी नहीं मानती। एडीबी विंग के अधिशासी अभियंता विनय मिश्रा कहते हैं 'हम कोई गैरकानूनी काम नहीं कर रहे।'
ये हाल तब है, जब बरसात को देखते हुए प्रशासन ने डेढ़ महीने तक सड़कों की खुदाई पर पाबंदी लगाई है, लेकिन एडीबी विंग पर प्रशासन की सख्ती बेअसर है। आमजन अपनी पीड़ा सुनाए भी किसे। मौके पर मौजूद ठेकेदार किसी की सुनता नहीं और अधिकारी वहां जाकर झांकते नहीं। अब लोग यही बुदबुदा रहे हैं कि राजपुर रोड पर सड़क खोदी तो एडीबी विंग के अधिकारियों पर मुकदमा हो गया, लेकिन राजपुर रोड से भी अधिक परेशानी झेल रहे हम लोगों की सुध लेने कौन आएगा।
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'बरसात के दौरान खुदाई रोकने के संबंध में दिए गए आदेशों का अनुपालन होना चाहिए। यदि एडीबी ऐसा कर रहा है तो उसे कार्य रोकने के निर्देश दिए जाएंगे'
प्रीतम पंवार, शहरी विकास मंत्री
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'खुदाई पर 15 अगस्त तक रोक है। जिन सड़कों को खोदा जा चुका है, वहां तुरंत रोड़ी डाल रोलर चलाने को कहा गया है। ऐसे स्थानों पर सावधानी के बोर्ड भी लगाने को कहा गया है।'
रविनाथ रमन, जिलाधिकारी, देहरादून
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'हम कोई गैरकानूनी काम नहीं कर रहे। सीवर लाइन डालने की अनुमति है हमारे पास। साथ के साथ सड़कें नहीं बनाई जा सकती। लाइन डालने के बाद सड़कों को चलने लायक हम बना ही रहे हैं।'
विनय मिश्रा, अधिशासी अभियंता, एडीबी विंग
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रोचीपुरा, निंरजनपुर
सहारनपुर रोड से लगे करीब पांच हजार की आबादी वाले रोचीपुरा में अप्रैल से सीवर लाइन डालने का काम चल रहा है। खुदी सड़कों के आसपास के दुकानदारों का कामकाज ठप है। ग्राहकों के दुकान पर पहुंचने का रास्ता नहीं है। जहां सीवर लाइन डाली जा चुकी है, उस हिस्से को भी चलने लायक नहीं बनाया। कई गलियों की पेयजल लाइनें भी नहीं जोड़ी गई। ऊबड़-खाबड़ सड़क पर बच्चे-बुजुर्ग घायल हो रहे हैं। जरा सी बारिश से कीचड़ हो जाती है, पैदल चलना भी मुमकिन नहीं होता और लोग घरों में कैद होने को मजबूर हो जाते हैं।
गोविंद गढ़
500 की आबादी वाली आजाद कॉलोनी में दो महीने से काम चल रहा है। कॉलोनी सड़क बहुत छोटी है और सीवर लाइन के लिए पूरी सड़क खोद दी गई। इसलिए लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। जहां लाइन का काम पूरा हो चुका है, वहां भी मिट्टी डालकर औपचारिकता पूरी कर ली। लेकिन, बरसात की पहली बारिश में ही मिट्टी बह गई। अब लोग खतरा मोल लेकर किसी तरह वहां से गुजरते हैं। वाहनों को लोग दूसरी कॉलोनी में अपने परिचितों के यहां खड़ा करते हैं।
विजय पार्क एक्सटेंशन
करीब आठ हजार की आबादी वाले विजय पार्क एक्सटेंशन में एक साल पहले सीवर लाइन डाली गई। स्थानीय लोगों के जाम लगाने व प्रशासन की सख्ती के बाद पिछले हफ्ते सड़कों को चलने लायक बनाना शुरू किया। लेकिन, यहां भी कभी काम चलता है तो कभी बंद रहता है। अभी भी काफी सड़कों का हाल बुरा है और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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वाकई यहां बुरी स्थिति है : परियोजना निदेशक
देहरादून: शुक्रवार को रोचीपुरा के लोग एडीबी विंग के कार्यालय पहुंचे और वहां हंगामा काटा। इस पर एडीबी विंग के परियोजना निदेशक प्रभात राज और अधिशासी अभियंता विनय मिश्रा रोजीपुरा पहुंचे तो लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। दोनों अधिकारियों का घेराव कर खूब खरी खोटी सुनाई। कहा 'सीवर लाइन के काम ने तो हमारी दुर्गति कर दी है। दुकानदारी ठप हो गई और घर से निकलना मुश्किल हो गया। वाहन दूसरी कॉलोनी में रहने वाले परिचितों के घर खड़े करने पड़ रहे हैं। दफ्तर में बैठने से हमारी परेशानी का अंदाजा नहीं लगा सकते। एक बार वहां चलिए जहां हम नरक सी जिंदगी जी रहे हैं।'
परियोजना निदेशक प्रभात राज बोले 'अरे, यहां तो वाकई बहुत बुरी स्थिति हो रखी है'। अधिशासी अभियंता से बोले 'मिश्राजी इसे गंभीरता से लें और 10 जुलाई तक सड़कों को चलने लायक बना दें'। जनता बोली 'साहब चलिये आपके भी आश्वासन पर भी विश्वास कर लेते हैं। हालांकि, लंबे समय से कोई आश्वासन पूरा नहीं हुआ। लेकिन, अगर ये वादा भी टूटा तो सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे'।
इस मौके पर भाजपा नेता प्रकाश सुमन ध्यानी, पार्षद सतीश कश्यप, भाजपा नेता महेश पांडे महिपाल धीमान, नीरज सेठी, आलोक कुमार, राजकुमार कश्यप, गणेश बर्थवाल, सुनील राजौरिया, आशीष गिरी, संजय राठौर आदि मौजूद रहे।