टैक्सी हड़ताल से यात्रियों की फजीहत
जागरण संवाददाता, देहरादून: रेलवे स्टेशन के बाहर टैक्सी की हड़ताल के चलते बुधवार को भी यात्रियों को खा
जागरण संवाददाता, देहरादून: रेलवे स्टेशन के बाहर टैक्सी की हड़ताल के चलते बुधवार को भी यात्रियों को खासी फजीहत झेलनी पड़ी। मसूरी व चारधाम यात्रा समेत शहर के दूरस्थ इलाकों में जाने वाले यात्री इधर से उधर भटकते रहे। हालांकि, मसूरी के लिए रोडवेज ने अतिरिक्त बसें लगा दी थी, लेकिन ये नाकाफी साबित हुई। मसूरी जाने वाली सभी बसें खचाखच रवाना हुई। दूसरी तरफ, हड़ताल पर बैठी टैक्सी स्टैंड यूनियन से बुधवार को न रेलवे प्रशासन ने कोई वार्ता की, न जिला प्रशासन अथवा पुलिस का कोई अधिकारी ही वहां आया। ऐसे में टैक्सी स्टैंड यूनियन भी हड़ताल तोड़ने को राजी नहीं।
बता दें कि रेलवे प्रशासन ने 60 साल पूर्व लीज पर दिए गए टैक्सी स्टैंड को 24 घंटे में खाली करने का नोटिस टैक्सी स्टैंड यूनियन को दिया है। मंगलवार को नोटिस मिलते ही टैक्सी यूनियन हड़ताल पर चली गई। इस स्टैंड से 200 टैक्सी संचालित होती हैं। यूनियन के अनुसार वे हटने को तैयार हैं, बशर्ते रेलवे उन्हें स्टेशन के समीप ही अपनी दूसरी भूमि पर शिफ्ट कर दे। यूनियन के मुताबिक किसी भी शहर में ऐसा नहीं है कि रेलवे स्टेशन कहीं हो और टैक्सी स्टैंड या बस अड्डा कहीं और। यहां स्टेशन के पास से अगर टैक्सी स्टैंड और मसूरी बस अड्डा हटा दिया गया तो यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ेगी। टैक्सी स्टैंड यूनियन के पदाधिकारी राजेश आनंद और अजय आनंद ने बताया कि बुधवार को उनसे वार्ता करने कोई नहीं आया।
रेलवे ने मंगा लिए थे बुलडोजर
सूत्रों की मानें तो रेलवे प्रशासन ने टैक्सी स्टैंड हटाने के लिए मंगलवार रात रेलवे के रुड़की डिवीजन से दो बुलडोजर मंगा लिए थे, लेकिन टैक्सी स्टैंड यूनियन के वहीं धरने पर बैठे होने के चलते रेलवे प्रशासन की मंशा पूरी नहीं हुई।
राजपुर के 300 रुपये, क्लेमेनटाउन के 350
टैक्सी यूनियन की हड़ताल से ऑटो वाले यात्रियों से लूट-खसोट पर उतर आए। पूरा दिन स्टेशन के बाहर ऑटो वालों की भीड़ लगी रही और यात्रियों से मनमाना किराया वसूला गया। राजपुर के 300 रुपये और क्लेमनटाउन के 350 रुपये तक वसूले गए, जबकि परिवहन विभाग द्वारा निर्धारित किराया सौ से सवा सौ रुपये के बीच बैठता है। प्रेमनगर के 250 रुपये, सहस्रधारा रोड के 250 रुपये और रायपुर के 300 रुपये मांगे गए।
हमें क्या पता था धक्के खाने पड़ेंगे
ट्रेन से दूर-दराज से पहुंचे पर्यटकों में खासा गुस्सा देखने को मिला। दिल्ली से पहुंची शताब्दी एक्सप्रेस में परिवार समेत आए गुड़गांव निवासी राजेंद्र सिंह चौधरी ने बताया कि उन्होंने फोन से टैक्सी बुक कराई थी। उन्हें क्या पता था कि स्टेशन पहुंचने पर टैक्सी नहीं मिलेगी और धक्के खाने पड़ेंगे। चौधरी को एक रिश्तेदार के घर डाकपत्थर जाना था। वहीं, इलाहाबाद से पहुंची लिंक एक्सप्रेस में आए बिहार के भागलपुर निवासी देव शरण ने बताया कि वे परिवार सहित गंगोत्री-यमुनोत्री दर्शनों को आए हैं। उन्होंने भी फोन से दोनों धाम की टैक्सी बुक कर रखी थी, लेकिन यहां देखा तो..।
नहीं आई दूसरी यूनियन की टैक्सी
रेलवे स्टैंड टैक्सी यूनियन के समर्थन में शहर की दूसरी टैक्सी यूनियनों ने भी स्टेशन से टैक्सियों का संचालन नहीं किया। असल में मंगलवार को आंदोलन कर रही यूनियन ने दूसरी टैक्सियों को रोक यात्रियों को जबरन उतार दिया था। ऐसे में बाहरी नंबर की टैक्सियों ने भी स्टेशन से दूरी बनाए रखी।
विधायक जोशी पहुंचे मिलने
मसूरी के विधायक गणेश जोशी शाम को हड़ताली टैक्सी संचालकों से मिलने पहुंचे और उनका साथ देने का भरोसा दिया। इस दौरान विधायक जोशी ने बताया कि हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने इस संबंध में रेलवे के मुरादाबाद डीआरएम से फोन पर वार्ता की, लेकिन कोई सकारात्मक हल अब तक नहीं निकला। विधायक द्वारा रेल राज्यमंत्री से फोन पर वार्ता कर टैक्सी संचालको की समस्या का हल निकालने की मांग की गई।