छात्र-छात्राओं में नेतृत्व क्षमता का विकास जरूरी
संवाद सहयोगी, विकासनगर: सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज बाबूगढ़ में छात्र संसद का गठन किया गया। विद्
संवाद सहयोगी, विकासनगर: सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज बाबूगढ़ में छात्र संसद का गठन किया गया। विद्यालय के प्रधानाचार्य नरेश चौहान ने कहा कि छात्र-छात्राओं में संस्कारों के साथ ही नेतृत्व क्षमता का विकास होना जरूरी है, जिससे भविष्य में समाज को संस्कारवान नेतृत्व मिल सके।
प्रधानाचार्य ने कहा कि राष्ट्र का भविष्य युवाओं पर निर्भर करता है। युवाओं को संस्कारवान बनाना शिक्षण संस्थाओं का कर्तव्य है, जहां उन्हें शिक्षा के साथ ही अच्छे संस्कार भी दिए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि गुरुकुल प्रथा के तहत पाठशाला सच्चे मायनों में संस्कारशाला होती थी, लेकिन इन दिनों शिक्षा के व्यवसायीकरण के चलते शिक्षण संस्थाओं से संस्कार दूर होते जा रहे हैं। विद्यालयों में शिक्षा, संस्कार के साथ ही नेतृत्व क्षमता का विकास किया जाना जरूरी है। बचपन से ही नेतृत्व क्षमता का विकास होने के चलते राष्ट्र को भविष्य में संस्कारी नेतृत्व मिलता है, जिससे समाज में कुरीतियां व विकृतियां जन्म नहीं लेती है। संस्कारवान नेतृत्व ही देश को विकास की राह पर ले जाने में सक्षम होता है। छात्र संसद में प्रदीप तोमर प्रधानमंत्री, साक्षी डिमरी उप प्रधानमंत्री, राकेश चौहान व प्रिया चौहान सेनापति, अभिषेक, अंजू नेगी उप सेनापति, अनिल तोमर, रुचि चौहान न्यायाधीश नियुक्त किए गए, जबकि अर्पित चौहान जूनियर वर्ग में प्रधानमंत्री चुने गए। सभी पदाधिकारियों को प्रधानाचार्य ने पद व कर्तव्यनिष्ठा की शपथ दिलाई। इस दौरान विकास नागर, विमलेश त्यागी आदि मौजूद रहे।