Move to Jagran APP

पूर्व सीएमओ व पूर्व प्रशासनिक अधिकारी के खिलाफ तहरीर

संवाद सहयोगी, देहरादून: स्वास्थ्य महकमे के चर्चित एएनएम भर्ती घोटाले के मामले में सीएमओ डॉ. एसपी अग्

By Edited By: Published: Tue, 05 May 2015 11:54 PM (IST)Updated: Tue, 05 May 2015 11:54 PM (IST)
पूर्व सीएमओ व पूर्व प्रशासनिक अधिकारी के खिलाफ तहरीर

संवाद सहयोगी, देहरादून: स्वास्थ्य महकमे के चर्चित एएनएम भर्ती घोटाले के मामले में सीएमओ डॉ. एसपी अग्रवाल की ओर से पूर्व सीएमओ डॉ.गुरपाल सिंह और पूर्व प्रशासनिक अधिकारी सुशील जोशी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने को कोतवाली में तहरीर दी। मामले की जांच शासन स्तर पर की जा रही थी। जिसमें आरोपों की पुष्टि होने पर दोनों अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया। एसएसपी पुष्पक ज्योति ने तहरीर मिलने की पुष्टि की है। उनका कहना है कि इस मामले में कार्रवाई की जा रही है।

loksabha election banner

बता दें कि देहरादून जिले के कालसी व चकराता ब्लाक में सितंबर 2013 में संविदा पर एएनएम के 42 पदों पर भर्ती की गई थी। मामले में शिकायत की गई और जांच में पता चला कि सीएमओ स्तर से की गई इन नियुक्तियों में न तो उच्च अधिकारियों से अनुमति ली गई और न प्रक्रिया के मुताबिक समाचार पत्रों में रिक्त पदों की विज्ञप्ति ही प्रकाशित की गई। और तो और इन नियुक्तियों को राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत दिखाया गया, लेकिन वेतन दिया गया स्वास्थ्य विभाग के बजट से। 15 हजार रुपये प्रतिमाह के हिसाब से एक साल में 75 लाख से ज्यादा धनराशि इन्हें वेतन के रूप में भुगतान की गई। मामला संदिग्ध लगने पर जब एक उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इस संबंध में सीएमओ से दिशा-निर्देश मांगे तो मामला खुल गया। इसके बाद इन 42 एएनएम के वेतन भुगतान पर रोक लगा दी गई। स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी के निर्देशानुसार मामले की जांच संयुक्त सचिव अतर सिंह को सौंपी गई थी। जिन्होंने पिछले दिनों अपनी रिपोर्ट शासन के सुपुर्द कर दी थी।

इधर, इस प्रकरण में मंगलवार को मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एसपी अग्रवाल ने कोतवाली थाना में दोनों आरोपी अधिकारियों के खिलाफ तहरीर दी। डॉ. अग्रवाल का कहना है कि उन्हें शासन की ओर से मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। देर रात तक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया था, लेकिन एसएसपी पुष्पक ज्योति ने तहरीर पर कार्रवाई किए जाने की बात कही है। उनका कहना है कि मामले को पहले समझा जा रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.