प्रवास से वापस लौटी महासू देवता की पालकी
संवाद सूत्र, साहिया: महासू देवता मंदिर से एक रात के प्रवास पर बाड़वाला गई देवपालकी सोमवार को वापस मंद
संवाद सूत्र, साहिया: महासू देवता मंदिर से एक रात के प्रवास पर बाड़वाला गई देवपालकी सोमवार को वापस मंदिर लौटी। वापसी में कालसी, साहिया में लोगों ने देवदर्शन कर मन्नतें मांगी। बताते चलें कि जनजातीय क्षेत्र जौनसार-बावर में मन्नत पूरी होने पर देवता को रात्रि प्रवास पर घर लाने की पुरातन परंपरा है।
जिसऊ घराना भाव ¨सह खन्ना ने दो साल पहले महासू देवता से मन्नत मांगी थी। मन्नत पूरी होने पर भाव ¨सह भंजरा मंदिर से महासू देवता की पालकी को एक रात के प्रवास के लिए अपने बाड़वाला स्थित घर लेकर आए। जहां पर रात्रि प्रवास के दौरान देवता की पूजा-अर्चना की गई। सैकड़ों श्रद्धालुओं ने देवदर्शन कर परिवार की खुशहाली की मन्नतें मांगी। सोमवार को वापस मंदिर आती देवपालकी का कालसी, साहिया में फूलों से स्वागत किया गया। श्रद्धालुओं ने देवपालकी को कंधा लगाकर पुण्य लाभ कमाया। साहिया बाजार में महासू देवता के दर्शन को श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। साहिया के सनातन धर्म मंदिर में देवपालकी के साथ चल रहे लोगों के जलपान की व्यवस्था की गई। देवपालकी के साथ वजीर तुलसीराम शर्मा, मोतीराम शर्मा, दिगंबर चौहान, भंडारी भगत ¨सह चौहान, कल ¨सह, पुजारी भोपाल ¨सह, देवमाली नारायण ¨सह, कुंवर ¨सह, प्रताप ¨सह, सूरत ¨सह, केदार ¨सह, तिलक ¨सह, शांति पंवार, अंतराम आदि रहे।