मंत्री आवास पर हंगामा
जागरण संवाददाता, देहरादून: राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (रमसा) के तहत तैनात कार्यालय और प्रयोगशा
जागरण संवाददाता, देहरादून: राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (रमसा) के तहत तैनात कार्यालय और प्रयोगशाला सहायकों को हटाए जाने का आदेश निरस्त करने की माग को लेकर उपनल के माध्यम से तैनात रमसाकर्मियों ने शनिवार को शिक्षा मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी के आवास पर प्रदर्शन किया। काफी इंतजार के बाद भी मंत्री से मुलाकात न होने पर कर्मी उग्र हो गए और हंगामा करने लगे। इस पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर पुलिस लाइन भेज दिया। इस दौरान पुलिस और कर्मियों में धक्का-मुक्की और हाथापाई भी हुई।
बीते दिनों राज्य सरकार ने रमसा के तहत स्कूलों में तैनात 1863 प्रयोगशाला व कार्यालय सहायकों को हटाने के आदेश स्कूलों को भेजे थे। इसके बाद से उपनल कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं। शनिवार को उपनल रमसा कर्मचारी महासंघ प्रदेश अध्यक्ष गंभीर सिंह बिष्ट के नेतृत्व में कर्मियों ने शिक्षा मंत्री के आवास के लिए कूच किया। हालांकि, उनके आवास पर पहुंचने से पहले ही पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोक दिया। इसके बाद कर्मी सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। यहां वक्ताओं ने कहा कि सरकार ने 1863 रमसा कर्मियों की सेवा समाप्त करने का आदेश स्कूलों को भेजा है। इसका कारण केंद्र से हुई बजट में कटौती को बताया जा रहा है। राज्य सरकार का यह निर्णय कर्मचारी हितों पर कुठाराघात है। करीब तीन साल सेवा करने के बाद कर्मियों को एक झटके में बाहर निकाल देने से वे सड़क पर आ गए हैं। उनके लिए परिवार पालना भी मुश्किल हो गया है।
शिक्षा मंत्री से मुलाकात की जिद पर अड़े कर्मी उग्र प्रदर्शन करने लगे तो पुलिस और प्रशासन ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो हाथापाई की नौबत आ गई। इसमें कुछ प्रदर्शनकारियों को मामूली चोटें भी आई। बाद में पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए लगभग 80 कर्मियों को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन भेज दिया। सीओ नगर प्रथम मनोज कुमार कत्याल ने बताया कि कर्मियों को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है। उधर, कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि वे आंदोलन जारी रखेंगे।