चारधाम को फोटोयुक्त पंजीकरण जरूरी
राज्य ब्यूरो, देहरादून: चारधाम यात्रा में इस बार यात्रियों को बायोमेट्रिक की बजाय फोटोयुक्त पंजीकरण
राज्य ब्यूरो, देहरादून: चारधाम यात्रा में इस बार यात्रियों को बायोमेट्रिक की बजाय फोटोयुक्त पंजीकरण कराना होगा। यात्रा के इस पंजीकरण में श्रद्धालुओं की मेडिकल फिटनेस भी अनिवार्य होगा। बाहर से आने वाले तीर्थयात्री अपने राज्य से भी मेडिकल फिटनेस का प्रमाण पत्र साथ ला सकेंगे। चारधाम के लिए ऑनलाइन पंजीकरण भी शुरू कर दिया गया है। केदारनाथ धाम में सिर्फ तीन हजार लोगों के रात्रि विश्राम की व्यवस्था उपलब्ध है। लिहाजा, एक दिन में तीन से पांच हजार लोगों को ही केदारनाथ जाने की अनुमति दी जाएगी। ऐसे में यात्री ऑनलाइन पंजीकरण के जरिए केदारनाथ के लिए अपनी यात्रा की तिथि बुक करा सकते हैं।
बुधवार को मुख्य सचिव एन रविशंकर ने 21 अप्रैल से शुरू हो रही चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में पर्यटन सचिव डा. उमाकांत पंवार ने बताया कि ऋषिकेश समेत 18 स्थानों पर यात्री पंजीकरण केंद्र स्थापित किए गए हैं। यात्रियों के पंजीकरण की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम, यात्रा कंट्रोल रूम, आपदा न्यूनीकरण व प्रबंधन केंद्र व जिला आपदा प्रबंधन केंद्र में उपलब्ध रहेगी। केदारनाथ में तीन से पांच हजार लोगों के ठहरने की व्यवस्था है। इसमें प्रीफैब्रिकेटेड हटस, जीएमवीएन के आवास, टेंटेज व प्राईवेट आवास शामिल हैं।
केदारनाथ जाने वाले यात्रियों की संख्या को नियंत्रित करने की प्रक्रिया ऋषिकेश से ही शुरू कर दी जाएगी। गौरीकुंड से केदारनाथ के बीच कुछ आवास आरक्षित रखे जाएंगे। एक हजार बेड स्थानीय टूर आपरेटर्स व एक हजार बेड दिल्ली के टूर आपरेटर्स को दिए जाएंगे। केदारनाथ पैदल मार्ग पर आठ जगह जीएमवीएन रियायती दरों पर भोजन की व्यवस्था करेगा। ये कैंटीन स्थानीय लोग संचालित करेंगे। केदारनाथ में मंदिर समिति नियमित लंगर की व्यवस्था करेगी। ऋषिकेश से केदारनाथ तक 204 स्थानों पर 1500 अस्थाई शौचालय बनाए जाएंगे। रास्ते की सफाई जिला पंचायत व मंदिर की सफाई मंदिर समितियां करेंगी।
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ब्रांडिंग के लिए सितारों पर निगाहें
चारधाम यात्रा की ब्रांडिंग के लिए राज्य सरकार की निगाहें रणवीर कपूर, प्रियंका चोपड़ा व महेंद्र सिंह धौनी जैसे सितारों पर टिकी हैं। हालांकि, इस बाबत राज्य के प्रस्ताव पर इनमें से किसी भी सितारे ने अब तक सहमति नहीं दी। सचिव पर्यटन उमाकांत पंवार ने कहा कि राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के केदारनाथ दौरे से भी चारधाम यात्रा को फायदा मिलने की उम्मीद है। पिछले वर्ष चारधाम यात्रा पर जहां मात्र 2.5 लाख लोग ही आए थे, वहीं इस बार करीब 25 लाख श्रद्धालुओं के आगमन की उम्मीद है। सरकार अहमदाबाद, कलकत्ता, मुंबई व बैंगलोर में टूर ऑपरेटर्स से बैठक कर चुकी है। चार व पांच अप्रैल कुछ बड़े टूर आपरेटर्स को सरकार हेलीकाप्टर से केदारनाथ ले जाएगी,ताकि केदारनाथ की व्यवस्थाओं को खुद देखकर टूर आपरेटर्स चारधाम के पैकेज टूर की तैयारी में जुट सकें।
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यात्रा से पूर्व दुरुस्त होंगी सड़कें
लोक निर्माण विभाग के विभागाध्यक्ष एचसी उप्रेती ने कहा कि 20 अप्रैल तक सभी यात्रा मार्ग चाक-चौबंद कर लिए जाएंगे। चारधाम से जुड़ी 422 किलोमीटर सड़कें लोनिवि व 550 किलोमीटर लंबी सड़कें बीआरओ के पास हैं। ऋषिकेश से रुद्रप्रयाग तक राष्ट्रीय राजमार्ग चौड़ीकरण का काम फिलहाल रोक दिया गया है। यात्रा के लिए इस पूरे राजमार्ग पर डामर बिछाया जा रहा है। सोनप्रयाग से आगे के मार्ग पर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तहत लोनिवि का अलग डिवीजन काम कर रहा है। सिरोबगड़ भूस्खलन संवेदी क्षेत्र को ठीक किया जा रहा है। लोनिवि ने बीआरओ से 20 करोड़ की मशीनें खरीदी हैं, जिनमें जेसीबी, टिपर, जीप आदि शामिल हैं। इन्हें यात्रा के दौरान भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में तैनात रखा जाएगा।
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एसडीआरएफ रहेगी तैनात
यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर चारधाम यात्रा मार्गो पर 12 जगह स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स के करीब 700 जवान तैनात रहेंगे। साथ ही, आपात स्थिति के लिए एसडीआरएफ के निर्देशन में स्थानीय प्रशिक्षित युवाओं की टोलियां भी सुरक्षा व बचाव कार्य के लिए तैयार रहेंगे। संबंधित जिलों के जिलाधिकारी चारधाम यात्रा के दौरान धाम मजिस्ट्रेट के तौर पर भी विशेष तौर पर सक्रिय रहेंगे। प्रत्येक धाम की मंदिर समितियों को यात्रा व्यवस्थाओं के लिए 50-50 लाख रुपये दिए गए हैं। साथ ही, यात्रा संगठन के अध्यक्ष गढ़वाल कमिश्नर के निवर्तन में दो करोड़ रुपये की धनराशि रखी गई है। चारधामों के लिए हवाई सेवाओं के लिए करीब सात निजी एविएशन कंपनियों को अनुमति दी गई है। यात्रा मार्ग पर स्थित शहरों में स्थानीय निकाय सफाई व्यवस्था का जिम्मा संभालेंगे।