साइन की राह पर दून के युवा शटलर
जागरण संवाददाता, देहरादून: इंडियन ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट के दौरान भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहव
जागरण संवाददाता, देहरादून: इंडियन ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट के दौरान भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल विश्व की नंबर एक महिला बैडमिंटन खिलाड़ी बन गई। साइना की इस उपलब्धि ने कई युवा बैडमिंटन खिलाड़ियों को भी प्रेरित करने का भी काम किया है। इसी टूर्नामेंट के महिला डबल्स में दून की कुहु गर्ग ने भी प्री क्वार्ट्र फाइनल तक का सफर तय किया था।
दून में बैडमिंटन की युवा प्रतिभाओं की कमी नहीं है। देहरादून की कुहु गर्ग अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन में अपना नाम रोशन करने में जुटी है। दिल्ली में खेले जा रहे इंडियन ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट में भी कुहु भारत का प्रतिनिधित्व कर रही थी। हालांकि, उनका सफर फ्री क्वार्टर फाइनल से आगे नहीं बढ़ पाया। इसके अलावा भी दून की कई युवा बैडमिंटन प्रतिभाएं हैं जो राष्ट्रीय फलक पर अपनी पहचान बनाने में जुटी हैं। राज्य में बैडमिंटन के प्रति बढ़ते रूझान को देखते हुए ही राज्य सरकार महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स स्टेडियम में नए सत्र से बैडमिंटन का प्रशिक्षण भी शुरू करने जा रही है। जबकि परेड ग्राउंड में एक नया बैडमिंटन इंडोर कोर्ट बनाया जाना भी प्रस्तावित है। ताकि युवा प्रतिभाओं को संसाधनों की कमी से न जूझना पड़े। पर्वतीय क्षेत्रों में भी बैडमिंटन को लेकर युवा खिलाड़ियों के बीच काफी रुचि देखी जा रही है।
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साइना नेहवाल युवा खिलाड़ियों की प्रेरणा हैं। उनका खेल देखकर कई चीजें सीखने को मिलती है।
-कुहु गर्ग, अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी
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बैडमिंटन की दुनिया में नाम कमाने का सपना है। साइना के जैसा चैंपियन बनने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ेगी।
-हिमांशी रावत, अंडर-13 राष्ट्रीय पदक विजेता
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साइना की जीवनी पढ़ी है उन्होंने बहुत कड़ी मेहनत की है। वह सभी की आदर्श हैं उनकी तरह ही चैंपियन खिलाड़ी बनने का सपना है।
-दिव्यांशी जोश्ी, अंडर-15 राष्ट्रीय पदक विजेता
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राज्य में बैडमिंटन प्रतिभाओं की कमी नहीं है। सुविधाएं दी जाएं और मेहनत की जाए तो यहां के खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंच सकते हैं।
-दीपक रावत, बैडमिंटन कोच