लड़खड़ाई बिजली व्यवस्था
जागरण संवाददाता, देहरादून: रविवार से हो रही भारी बारिश के कारण दून में बिजली व्यवस्था भी लड़खड़ा गई। क
जागरण संवाददाता, देहरादून: रविवार से हो रही भारी बारिश के कारण दून में बिजली व्यवस्था भी लड़खड़ा गई। कई इलाकों में विद्युत लाइनों पर पेड़ों की टहनियां गिरने और फ्यूज उड़ने से आपूर्ति ठप रही। कहीं-कहीं तो 12 से 18 घंटे तक विद्युत आपूर्ति ठप रही। इस कारण लोगों को पानी संकट से भी जूझना पड़ा। ऊर्जा निगम के अनुसार लाइनों में आए फाल्ट को ठीक करने में बारिश बाधा बन रही है। प्रयास किया जा रहा है, जल्द से जल्द आपूर्ति सुचारू कर दी जाएगी।
दो दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण जनजीवन पहले ही बुरी तरह प्रभावित है, वहीं बिजली कटौती ने लोगों की परेशानी को और बढ़ा दिया। रविवार रात से सोमवार पूरा दिन कई लाइनों में फाल्ट आए, जिससे कई इलाकों में घंटों कटौती हुई। रविवार देर रात करीब 11 बजे हाथीबड़कला क्षेत्र स्थित सर्वे स्टेट में 11केवी लाइन और नत्थनपुर क्षेत्र की लाइन पर पेड़ की टहनियां गिरने से बिजली आपूर्ति ठप हो गई। हाथीबड़कला क्षेत्र में सोमवार दोपहर करीब 12 बजे आपूर्ति बहाल हो सकी, जबकि नत्थनपुर क्षेत्र में शाम तक बिजली गुल थी। इस कारण यहां लोगों को पानी की दिक्कत भी झेलनी पड़ी। न तो सरकारी ओवरहेड टैंक में पानी भर सका, न ही लोगों के घरों के टैंक में। उधर, सहस्रधारा क्षेत्र के डीएल रोड, चिडि़या मंडी और कर्जन रोड में विद्युत लाइन में फाल्ट आने से रविवार देर रात से सोमवार सुबह करीब 10 बजे तक बिजली गुल रही। वहीं, शिवालिक कॉलोनी में फ्यूज उड़ने से सोमवार दोपहर दो से तीन घंटे तक बिजली आपूर्ति ठप रही। इसके अलावा पटेल नगर, जीएमएस रोड और निरंजनपुर में भी दिनभर बिजली आंखमिचौनी चलती रही। बताया गया कि दो-तीन जगह फाल्ट आने से आपूर्ति प्रभावित रही। मसूरी डायवर्जन, दून विहार मालसी, करनपुर, ओल्ड मसूरी रोड, ब्राह्मणवाला, चंदर रोड में लाइन पर पेड़ की टहनियां गिरने से आपूर्ति एक से तीन घंटे तक बाधित रही।
वहीं, रविवार सुबह एमईएस (मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस) की लाइन में फाल्ट आने से एमईएस में भी करीब दो घंटे तक बिजली गुल रही।
ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक एसएस यादव के अनुसार निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश जारी किए हैं कि फाल्ट आने पर उन्हें ठीक कराकर आपूर्ति तत्काल सुचारू की जाए। उन्होंने बताया कि पर्वतीय क्षेत्रों में तैनात निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों को भी ब्रेकडाउन की स्थिति में उच्चाधिकारियों को सूचना देने और युद्धस्तर पर बिजली सुचारू के लिए कार्य करने के निर्देश दिए हैं।