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उद्योग जगत में रौनक, पर्यटन मायूस

जागरण संवाददाता, देहरादून: आम बजट का भाषण जैसे-जैसे वित्त मंत्री पढ़ते गए, उद्योग जगत से जुड़े लोगों

By Edited By: Published: Sat, 28 Feb 2015 08:57 PM (IST)Updated: Sat, 28 Feb 2015 08:57 PM (IST)
उद्योग जगत में रौनक, पर्यटन मायूस

जागरण संवाददाता, देहरादून: आम बजट का भाषण जैसे-जैसे वित्त मंत्री पढ़ते गए, उद्योग जगत से जुड़े लोगों के चेहरों पर रौनक बढ़ती चली गई। बजट में हर स्तर के उद्योग के लिए कहीं कर रियायत तो कहीं अतिरिक्त कोष की व्यवस्था की गई है। उद्योगपतियों ने बजट को अच्छे नंबर देते हुए इसे भविष्य के विकास की कार्ययोजना करार दिया। लेकिन, पर्यटन प्रदेश के नजरिए से सर्विस टैक्स में दो फीसद की वृद्धि ने कुछ निराश भी किया।

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आम बजट का बड़े उद्योगपतियों से लेकर छोटे उद्यमियों तक ने स्वागत किया। कॉरपोरेट टैक्स में छूट, मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने, अतिरिक्त कर को हटाकर दो प्रतिशत सुपर सरचार्ज की व्यवस्था करने जैसे कई नए बिंदुओं की व्यवस्था की गई है। छोटे उद्यमियों के लिए मुद्रा कोष, उत्पादन से संबंधित आयात कर में छूट व कर रियायतों की व्यवस्था की गई है। इन सबके बीच उद्योग जगत से जुड़े कुछ लोगों ने इसे औसत बजट करार दिया। उनका तर्क है कि यह बजट सिर्फ मेक इन इंडिया को ध्यान में रखते हुए निवेश आकर्षित करने की योजना है। बजट में देश के भीतर उत्पादन बढ़ाने की ओर ध्यान नहीं दिया गया। कच्चा माल उद्योगों की पहली जरूरत है, इसकी उपलब्धता की दिशा में कुछ नहीं कहा गया।

वहीं, विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए 190 देशों के लोगों को वीजा ऑन अराइवल की व्यवस्था एक अच्छा कदम है। पर सर्विस टैक्स में वृद्धि के कारण प्रदेश में पर्यटन व तीर्थाटन से जुड़ी हर गतिविधि महंगी होगी। जिसका असर राज्य पर अधिक पड़ेगा। कारण पर्यटन व तीर्थाटन राज्य की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण आधार है। जिस कारण महंगाई में भी वृद्धि होने का अंदेशा जताया जा रहा है।

बजट काफी बेहतर है। इसमें हर वर्ग के लिए कुछ न कुछ रखा गया है। कॉरपोरेट टैक्स में कमी से विदेशी निवेश निश्चित रूप से बढ़ेगा और देश में नौकरियों के अवसर बढ़ेंगे। छोटे उद्यमियों के लिए मुद्रा बैंक की स्थापना एक शानदार कदम रहा।

-एनपी दीवान, अध्यक्ष

प्रांतीय इंडस्ट्रीज एसोसिएशन

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उद्योग के लिए बजट शानदार रहा है। टैक्स में छूट एक अच्छा कदम है। इसके अलावा पीपीपी मोड कार्यक्रम में रिस्क कवर व उत्पादन से जुड़ी मशीनों में एक्साइज टैक्स की कमी सकारात्मक बिंदु रहा। उद्योगों के क्लीयरेंस में तेजी बनाने से देश में उद्योगों के लिए माहौल बेहतर बनेगा।

-अनिल गोयल, प्रदेश अध्यक्ष, उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल


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