उत्तराखंड क्रांति दल पंवार और ऐरी गुट में हुआ एका
जागरण संवाददाता, देहरादून: लंबे समय से अलगाव की राह पर चल रही उत्तराखंड क्रांति दल एकीकरण की राह पर
जागरण संवाददाता, देहरादून: लंबे समय से अलगाव की राह पर चल रही उत्तराखंड क्रांति दल एकीकरण की राह पर बढ़ती दिख रही है। पंवार व ऐरी गुट ने एका का ऐलान भी कर दिया है। संयुक्त पत्रकार वार्ता में दोनों दल के अध्यक्ष त्रिवेंद्र सिंह पंवार व काशी सिंह ऐरी ने यह जानकारी दी। साथ ही निर्णय लिया कि 19-20 मई 2015 को दल का द्विवार्षिक महाधिवेशन भी बुलाया जाएगा, जिसमें नए अध्यक्ष का चुनाव भी किया जाएगा।
शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में हुई पत्रकार वार्ता में दोनों दलों के अध्यक्षों ने कहा कि अब पुराने गिले-शिकवे व आपसी अलगाव को दूर कर उत्तराखंड क्रांति दल को मजबूती देने का वक्त आ गया है। साथ ही उत्तराखंड की तीसरी राजनीतिक शक्ति के रूप में खुद को स्थापित करने का भी संकल्प लिया। इसके लिए दल भाजपा व कांग्रेस को किसी भी प्रकार का समर्थन नहीं देगा। आगामी महाधिवेशन पर सहमति बनने के साथ ही कार्यक्रम के लिए त्रिवेंद्र सिंह पंवार को संयोजक व हरीश पाठक को सह संयोजक बनाया गया। एकीकरण की घोषणा के बाद दल पदाधिकारियों ने रेल बजट में उत्तराखंड के हिस्से मायूसी लगने पर केंद्र सरकार पर नाकामी के आरोप जड़ते हुए प्रदेश के सांसदों की कमजोर पैरवी को जिम्मेदार ठहराया। उत्तराखंड की स्थाई राजधानी के परिपेक्ष्य में गैरसैण को उपयुक्त स्थान घोषित करने के लिए संघर्ष जारी रखने का ऐलान भी किया गया। पत्रकार वार्ता में लताफत हुसैन, शशिभूषण भट्ट, विरेंद्र मोहन उनियाल, मनमोहन लखेड़ा, बीडी रतूड़ी, अनूप नेगी, बासु सती आदि उपस्थित रहे।