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आज से निगम में सियासी 'चौकड़ी'

जागरण संवाददाता, देहरादून: नगर निगम में पूर्व एमएनए हरक सिंह रावत की विदाई के साथ ही सोमवार से सियास

By Edited By: Published: Sun, 01 Feb 2015 10:31 PM (IST)Updated: Sun, 01 Feb 2015 10:31 PM (IST)
आज से निगम में सियासी 'चौकड़ी'

जागरण संवाददाता, देहरादून: नगर निगम में पूर्व एमएनए हरक सिंह रावत की विदाई के साथ ही सोमवार से सियासी 'चौकड़ी' जमना तय माना जा रहा है। नेता प्रतिपक्ष नीनू सहगल तीन महीने बाद निगम में कदम रखेंगे व कांग्रेसी पार्षदों के साथ बैठक कर नई रणनीति बनाएंगे। सहगल ने कहा कि शहर के विकास को दरकिनार कर बीते दिनों निगम के बजट की जो बंदरबाट की गई, निगम प्रशासन से एक-एक रुपये का हिसाब मांगा जाएगा। उन्होंने कहा कि मेयर और पुराने एएमनए ने आम जनता की मूलभूत सुविधाओं के बजाए सिर्फ निजी हित देखे। यह मनमानी बंद कराई आएगी व शहर हित के फैसलो को ही मंजूरी दिलाई जाएगी।

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गौरतलब है कि नगर निगम में बीते तीन माह से सियासी पारा ठंडा है। इसकी वजह विरोधी कांग्रेसी पार्षदों का निगम में कदम न रखना है। दरअसल, नवंबर में पूर्व मुख्य नगर अधिकारी हरक सिंह रावत से कांग्रेसी नेता प्रतिपक्ष नीनू सहगल का विवाद हो गया था। इसके बाद से ही नीनू ने एमएनए को हटाने की ठान ली। तभी से नीनू व कांग्रेसी पार्षद निगम में नहीं आ रहे थे। न ही वे बोर्ड बैठक में शामिल हुए। जिस पर बगैर विरोध के ही मेयर व एमएनए ने कई बड़े प्रस्तावों को मंजूरी दे दी। हालांकि, ये बात शासन तक पहुंची और शासन ने कुछ प्रस्तावों पर रोक लगा दी, पर वित्त आयोग के करीब दो करोड़ रुपये से नगर निगम के लिए सामान खरीदने के आर्डर मेयर और एमएनए ने कर दिए। इसमें पोकलैंड मशीन और दस टाटाऐस से लेकर कूड़ेदान, हाथ ठेली, रिक्शा, स्ट्रीट लाइट आदि शामिल हैं। इन सभी मामलों में अनियमितताओं के आरोप लगते रहे हैं। अब माना जा रहा कि कांग्रेसी पार्षद सोमवार से नियमित निगम में पहुंचेंगे।

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नए एमएनए के सामने कई चुनौतियां

नए प्रभारी एमएनए नितिन भदौरिया के सामने एक नहीं, बल्कि कई चुनौतियां हैं। कारगी नाला एनओसी प्रकरण पर पहले ही नगर निगम की काफी फजीहत हो चुकी है और पुराने एमएनए हरक सिंह रावत ने एक काबीना मंत्री व कांग्रेसी पार्षदों की भूमिका को लेकर जो विवादित बयान दिया है, वह निगम का सियासी पारा भी चढ़ा सकता है।

एमएनए के लिए चुनौती व सवाल

-कारगी नाला प्रकरण में एनओसी देने पर उठे सवालों को कैसे करेंगे शांत

-पैसेफिक हिल प्रकरण में शुरुआती कार्रवाई के बाद आखिर निगम क्यों बैठ गया चुप

-पोकलैंड मशीन व टीएमएक्स सीवर ट्रीटमेंट मशीन की खरीद में निगम प्रशासन पर लगे घोटाले के आरोपों पर क्या करेंगे

-शीतला विहार में नगर निगम, रेलवे, एसजीआरआर एजुकेशन मिशन व बिल्डर के संयुक्त भूमि विवाद का कैसे निकालेंगे हल

-ब्रह्मावाला खाला से जिलाधिकारी के आदेश पर भी अतिक्रमण नहीं हटा सके थे पूर्व एमएनए, नए एमएनए क्या करेंगे

-ट्रेंचिंग ग्राउंड शिफ्ट करने की आसपास के लोगों की समस्या का कैसे होगा हल

-अवैध बस्तियों पर कार्रवाई को लेकर क्या उठा पाएंगे कदम

-शहर की बेपटरी सफाई-व्यवस्था को कैसे लाएंगे पटरी पर

-होर्डिग में एक साल से पुरानी कंपनी का ही बढ़ाया जा रहा वक्त, नए टेंडर के लिए उठाएंगे क्या कदम

-हाउस टैक्स अब तक आधा भी नहीं वसूला गया, कैसे करेंगे पूरी वसूली

-शासन में लंबित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट की मंजूरी को क्या उठाएंगे कदम

-कांग्रेसी पार्षद पुराने मामलों पर कर रहे एमएनए व मेयर को घेरने की तैयारी, ऐसी स्थिति में क्या करेंगे

-शहर में अवैध फड़ व ठेली वालों का है बोलबाला, कैसे करेंगे व्यवस्थित

-बोर्ड व कार्यकारिणी बैठकें ही नहीं हो रही, करा पाएंगे तय व्यवस्था का पालन

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'जेएनएनयूआरएम के तहत जो भी प्रस्ताव चल रहे हैं उन्हें आगे बढ़ाया जाएगा। प्रयास किए जाएंगे कि निगम की आय को बढ़ाया जाए। निगम की संपत्ति बचाने को कठोर कदम उठाए जाएंगे। शहर साफ-सुथरा करने के लिए अगर कड़े फैसले भी लेने पड़े तो लिए जाएंगे।'

-नितिन भदौरिया, एमएनए


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