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संचीय पर्यावरणीय प्रभाव आकलन अधिक प्रभावी बनाने पर जोर

जागरण संवाददाता, देहरादून: उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड (यूजेवीएनएल) की ओर से टोंस, यमुना और सह

By Edited By: Published: Thu, 29 Jan 2015 09:32 PM (IST)Updated: Thu, 29 Jan 2015 09:32 PM (IST)
संचीय पर्यावरणीय प्रभाव आकलन अधिक प्रभावी बनाने पर जोर

जागरण संवाददाता, देहरादून: उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड (यूजेवीएनएल) की ओर से टोंस, यमुना और सहायक नदियों पर कराए जा रहे संचीय पर्यावरणीय प्रभाव आकलन की ड्राफ्ट रिपोर्ट गुरुवार को प्रस्तुत की गई। भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद, राज्य पर्यावरण एवं प्रदूषण बोर्ड और आइआइटी रुड़की इस पर अध्ययन कर रहा है। यूजेवीएनएल के प्रबंध निदेशक जीपी पटेल व अन्य अधिकारियों ने कुछ बिंदुओं पर और अध्ययन करने के लिए कहा है।

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प्रबंध निदेशक जीपी पटेल ने बताया कि तमाम जल विद्युत परियोजना अदालत के आदेश पर अटकी पड़ी हैं। अभी तक हुए आकलन में पर्यावरण को नुकसान संबंधित बात सामने नहीं आई हैं। आकलन पूरा हो जाने के बाद इसे अनुमोदन के लिए मुख्यमंत्री हरीश रावत को भेजा जाएगा। फिर, सुप्रीम कोर्ट में इस आकलन के आधार पर पक्ष रखेंगे। साथ ही आकलन केंद्र सरकार को भी भेजेंगे। उन्होंने कहा कि कुछ और बिंदुओं पर आकलन जरूरी है, इसलिए अभी इस पर अध्ययन जारी रहेगा। यह आकलन सभी मौसम में कराया गया है। इससे यह सामने आएगा कि मौसम के हिसाब से पर्यावरण पर कितना और कैसे प्रभाव पड़ेगा। इस दौरान भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद और आइआइटी रुड़की के वैज्ञानिक भी मौजूद रहे।


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