मैनेजर समेत 14 पर न्यायालय में आरोप तय
संवार सहयोगी, देहरादून: हरिद्वार के ज्वालापुर के पंजाब नेशनल बैंक में हुए 12 करोड़ से भी अधिक के घोटा
संवार सहयोगी, देहरादून: हरिद्वार के ज्वालापुर के पंजाब नेशनल बैंक में हुए 12 करोड़ से भी अधिक के घोटाले के मामले में मैनेजर समेत 14 लोगों पर न्यायालय में आरोप तय हो गए है। घोटाला वर्ष 2010 से 2012 के बीच हुआ था। सीबीआइ विशेष न्यायाधीश अमित कुमार सिरोही की अदालत में मुकदमें का ट्रायल नौ दिसंबर से शुरू होगा।
अभियोजन के अनुसार 16 दिसंबर 2012 को पीएनबी के डीजीएम पवन कुमार गुप्ता ने सीबीआइ को शिकायत की थी। उन्होंने तत्कालीन बैंक मैनेजर सुधीर कुमार गोयल व अन्य लोगों पर घोटाले का आरोप लगाया था। आरोप है कि सुधीर कुमार ने वर्ष 2010 से 2012 तक अपने पद का गलत इस्तेमाल करते हुए टर्म लोन के लिए कैश क्रेडिट लिमिट में गोलमाल करके 19 फर्मो को 12 करोड़ से अधिक का लोन स्वीकृत कर दिया था। जबकि, किसी भी फर्म के पास प्रदूषण बोर्ड का प्रमाण पत्र नहीं था। जबकि, बैक अफसर नरेश कुमार ने इस मामले में प्रस्तुत अपनी रिपोर्ट में इन फर्मो को क्लीन चिट दे दी थी।
अदालत ने सुधीर गोयल और नरेश कुमार के अलावा, रजनीश जैन, प्रदीप जैन, निर्दोष शर्मा, सुनील जैन, प्रवीन जैन, अशोक जैन, अंकुश जैन, सुशील, आशु जैन, सुजय कुमार, पीपल कुमार व सुशील सैनी पर आपराधिक षडयंत्र रचने, धोखाधड़ी करने व फर्जी दस्तावेज बनाने व उनका उपयोग करने का आरोप तय किया। जबकि मनोज कुमार, अनूप नायर, अनिल गुप्ता, रोहित डोगरा व रोमी मल्होत्रा मामले में फरार चल रहे हैं।