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मासूम बचपन को बचाने को जनवरी से अभियान

संवाद सहयोगी, देहरादून: गुमशुदा बच्चों के मामले में राज्यों को सर्वोच्च न्यायालय की फटकार लगने के बा

By Edited By: Published: Mon, 22 Dec 2014 09:41 PM (IST)Updated: Mon, 22 Dec 2014 09:41 PM (IST)

मासूम बचपन को बचाने को जनवरी से अभियान

संवाद सहयोगी, देहरादून: गुमशुदा बच्चों के मामले में राज्यों को सर्वोच्च न्यायालय की फटकार लगने के बाद अब उत्तराखंड पुलिस भी हरकत में आई है। पुलिस ने गुमशुदा बच्चों को तलाशने में अब तक के सबसे अच्छे परिणाम देने वाली उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद पुलिस के 'ऑपरेशन स्माइल' की तर्ज पर बच्चों को तलाशने के लिए मुहिम चलाने की योजना बनाई है। सोमवार को अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था राम सिंह मीणा ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये सभी जिलों के पुलिस कप्तानों को एक जनवरी 2015 से बच्चों की तलाश में अभियान चलाने के निर्देश दिए। इसके लिए पुलिस सन 2000 से अब तक लापता हुए बच्चों का अध्ययन कर अभियान शुरू करेगी। हालांकि, उत्तराखंड पुलिस इस मिशन को क्या नाम देगी उसके बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है।

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बिहार, छत्तीसगढ़, पंजाब आदि राज्यों को गुमशुदा बच्चों को तलाशने में हो रही ढिलाई पर सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी फटकार लगाई थी। इसके बाद से ये राज्य बच्चों को तलाशने के काम में तेजी लाए। इससे पहले कि सुप्रीम कोर्ट विशेषकर उत्तराखंड पुलिस की ओर निगाहें टेढ़ी करे पुलिस की नींद टूट गई। अब मित्र पुलिस भी मासूमों को बचाने के लिए एक जनवरी से मुहिम चलाएगी। कांफ्रेंसिंग में गाजियाबाद पुलिस के ऑपरेशन स्माइल के नोडल अफसर डीएसपी रण विजय सिंह ने भी अपने यहां चलाए जा रहे इस अभियान की जानकारी दी।

बता दें कि स्टेट क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2000 से अब 25 नवंबर 2014 तक कुल 764 बच्चे लापता हैं। इनमे से 504 लड़के जबकि 264 लड़कियां शामिल हैं। वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान डीआइजी पीएसी अमित सिन्हा, एसपी शिकायत निवेदिता कुकरेती, अपर पुलिस अधीक्षक कानून व्यवस्था ममता वोहरा आदि उपस्थित रहे।

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अपनों के लिए नहीं दूसरों के लिए भी तलाश

गाजियाबाद पुलिस के ऑपरेशन स्माइल के तहत पुलिस सिर्फ अपने यहां के बच्चों को नहीं बल्कि यूपी के दूसरे जिलों, यहां तक कि दूसरे राज्यों के बच्चों को तलाशने में भी जुटी है। डीएसपी रणविजय सिंह ने बताया कि उन्होंने करीब यूपी के विभिन्न जिलों के 80 बच्चों को तलाशा है। इसके अलावा उत्तराखंड के भी उन्होंने दो बच्चे मोहम्मद शानू निवासी देहरादून और संदीप सिंह निवासी मुनिकीरेती को तलाश कर उनके परिवार से मिलाया है। इसके अतिरिक्त उन्होंने गाजियाबाद के कुल 21 बच्चों को उत्तराख्ाड के विभिन्न शहरों से तलाश किया है।

वर्ष 2014 की गुमशुदा बच्चों की जिलेवार स्थिति

जिला-बालक-बालिकाएं

चमोली-02-02

रुद्रप्रयाग-00-00

टिहरी-01-03

उत्तरकाशी-00-01

हरिद्वार-01-00

देहरादून-13-11

उधमसिंहनगर-08-10

नैनीताल-12-08

अल्मोड़ा-02-00

चंपावत-00-01

बागेश्वर-02-02

पिथोरागढ़-01-00

(यह आंकड़े माह सितंबर तक के हैं।)


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