पीडीएफ के रुख में आई नरमी
राज्य ब्यूरो, देहरादून: स्टिंग ऑपरेशन में फंसे बसपा के विधायक सरवत करीम अंसारी पर बीते रोज से ही आगब
राज्य ब्यूरो, देहरादून: स्टिंग ऑपरेशन में फंसे बसपा के विधायक सरवत करीम अंसारी पर बीते रोज से ही आगबबूला हो रहे प्रोग्रेसिव डेमोक्रेटिक फ्रंट (पीडीएफ) के रुख में सोमवार को नरमी आ गई। स्पीकर की ओर से स्टिंग प्रकरण की जांच विधानसभा द्वारा कराने का विनिश्चय आने के बाद यह बदलाव दिखा। पीडीएफ ने इस प्रकरण की जांच रिपोर्ट आने तक बसपा विधायक के विरुद्ध किसी भी तरह की कार्रवाई करने से अब कदम पीछे खींच लिए। उधर, बसपा विधायक दल के नेता हरिदास ने इस पूरे मामले की रिपोर्ट स्टिंग ऑपरेशन की सीडी समेत राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती को भेजने की बात कही है।
सूबे की सियासत में भूचाल लाने वाले बसपा विधायक सरवत करीम अंसारी का स्टिंग ऑपरेशन जैसे ही एक टीवी चैनल पर प्रसारित हुआ, सबसे अधिक तीखी प्रतिक्रिया सरकार को समर्थन दे रहे सात गैरकांग्रेसी विधायकों के समूह प्रोग्रेसिव डेमोक्रेटिक फ्रंट की ओर से सामने आई। पीडीएफ प्रमुख व कैबिनेट मंत्री, मंत्री प्रसाद नैथानी ने बसपा विधायक सरवत करीम अंसारी को न सिर्फ पीडीएफ से बाहर करने की बात कही, बल्कि मुख्यमंत्री से अंसारी को आवास विकास परिषद के अध्यक्ष पद से भी हटाने की मांग भी कर डाली।
पीडीएफ सदस्य व कैबिनेट मंत्री प्रीतम सिंह पंवार भी बसपा विधायक पर खासे नाराज दिखे। उन्होंने भी विधायक अंसारी को पीडीएफ से अलग करने व मुख्यमंत्री से उन्हें दिए दायित्व से हटाने की मांग करने की बात कही। विधानसभा सत्र के पहले दिन दोपहर तक भी पीडीएफ के तेवर विधायक अंसारी को लेकर गरम रहे, मगर दोपहर बाद सदन में स्पीकर की ओर से स्टिंग प्रकरण की जांच विधानसभा द्वारा कराने का विनिश्चय आते ही पीडीएफ का रुख भी नरम पड़ गया। पीडीएफ प्रमुख श्री नैथानी का कहना है कि अब स्पीकर की ओर से मामले की जांच का विनिश्चय दिया जा चुका है।
साथ ही, विधायक अंसारी ने भी आवास विकास परिषद के अध्यक्ष पद से उन्हें पदमुक्त करने की पेशकश मुख्यमंत्री से की है। ऐसे में जब तक प्रकरण की जांच पूरी नहीं हो जाती, उनके विरुद्ध किसी भी तरह की कार्रवाई किया जाना उचित प्रतीत नहीं होता। हालांकि, पीडीएफ के सदस्य जल्द ही बैठक कर इस बाबत अंतिम निर्णय कर लेंगे। उधर, दोपहर तक विधायक सरवत करीम अंसारी को बसपा से बाहर निकालने की बात कह रहे बसपा विधायक दल के नेता हरिदास भी नरम पड़ते दिख रहे हैं। उनका कहना है कि वे इस पूरे प्रकरण की रिपोर्ट स्टिंग ऑपरेशन की सीडी समेत जल्द राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती को भेजेंगे। हाईकमान के स्तर से ही मामले में निर्णय लिया जाएगा।