अकेलेपन ने बनाया हरमीत को वहशी!
संवाद सहयोगी, देहरादून: दीपावली की रात आदर्शनगर में हुए चौहरे हत्याकांड का असल कारण पुलिस भले न खोज
संवाद सहयोगी, देहरादून: दीपावली की रात आदर्शनगर में हुए चौहरे हत्याकांड का असल कारण पुलिस भले न खोज पाई हो, लेकिन शुरुआती जांच से आश्वस्त जरूर नजर आ रही है। पुलिस की मानें तो वारदात का आरोपी हरमीत मानसिक रूप से बीमार है और अकेला रहना पसंद करता है। पूछताछ में उसने बताया कि उसके साथ सौतेला व्यवहार होता था। इसी का बदला लेने के लिए उसने परिवार के लोगों को कत्ल कर दिया। हालांकि, पुलिस को उसकी किसी मेडिकल हिस्ट्री का पता नहीं चला है।
जहां एक ओर कुछ लोगों का मानना है कि हरमीत के साथ इस कांड में कुछ और लोग भी शामिल हो सकते हैं, वहीं पुलिस इसे सिर्फ हरमीत के हाथों अंजाम दिया ही मान रही है। पुलिस की मानें तो हरमीत से पूछताछ में अब तक जो तथ्य सामने आए हैं, उनसे वह मानसिक रूप से बीमार जान पड़ता है। पारिवारिक लोगों से भी पूछताछ में कई ऐसी बातें सामने आई, जिनसे पता चला कि हरमीत अकेला रहना पसंद करता था। उसने कई बार स्वयं पर पारलौकिक शक्तियों का अधिकार होने जैसी बातें भी कीं। इस पर न तो परिवार के लोगों ने विश्वास किया न ही उसके रिश्तेदारों ने। हालांकि, उसके पिता ने कुछ दिनों पहले इस पर गौर करने के बाद एहतियात बरतना शुरू कर दिया था। इसके चलते वह उसे न ही घर में अकेला छोड़ते थे न नशा करने देते थे। इस एहतियात को वह अपने प्रति सौतेला व्यवहार समझने लगा था। इसी वजह से सौतेली बहन को मोबाइल गिफ्ट किया जाना और डिलीवरी के लिए दून लाया जाना उसे खल रहा था। इसी के चलते उसने दीपावली की रात सभी का कत्ल कर दिया। हालांकि, पुलिस को हरमीत के किसी इलाज आदि के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिली है।
अधिकतर कमरों में नहीं अंदर की चटखनी
पुलिस के अनुसार हरमीत की मानसिक हालत का पता चलने के बाद ही जय सिंह ने मकान के अधिकतर कमरों के दरवाजों से अंदर की चटखनियां निकलवा दी थी। जिससे वह कभी अपने को कमरे के अंदर से बंद करके कोई गलत कदम न उठा ले।