व्यापारी समेत चार की निर्मम हत्या
संवाद सहयोगी, देहरादून: दीपावली की रात जहां पूरा शहर जश्न में डूबा था, वहीं शहर के पॉश इलाके में एक
संवाद सहयोगी, देहरादून: दीपावली की रात जहां पूरा शहर जश्न में डूबा था, वहीं शहर के पॉश इलाके में एक होर्डिग व्यवसायी के घर दिल दहला देने वाली घटना को अंजाम दिया गया। व्यापारी, उनकी पत्नी, बेटी, नातिन (बेटी की लड़की) चाकुओं से गोदकर निर्मम हत्या कर दी गई। व्यापारी की बेटी के गर्भस्थ शिशु की भी मौत हो गई। जबकि, पांच साल के नाती (बेटी का लड़का) को घायल कर दिया। सनसनीखेज वारदात का पता शुक्रवार सुबह उस वक्त पता चला जब नौकरानी काम के लिए वहां पहुंची। हालांकि, वारदात के असल कारणों का अभी पता नहीं चल पाया, लेकिन शक के आधार पर पुलिस ने व्यापारी के बेटे हरमीत को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार बेटा व्यापारी की दूसरी पत्नी से है। कानूनी अलगाव (लीगल सेपरेशन) के बाद से वह सहारनपुर में ही रहती है। व्यापारी की गोद ली हुई विवाहित बेटी प्रसव के लिए मायके आई हुई थी। डाक्टर ने उसे डिलीवरी की इन्हीं दिनों की तारीख दी हुई थी। व्यापारी समेत चार लोगों की हत्या की हत्या की खबर से पुलिस के पैरों तले जमीन खिसक गई। डीजीपी बीएस सिद्धू, एडीजी लॉ एंड आर्डर राम सिंह मीणा समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। राजधानी में चौहरे हत्याकांड की यह दूसरी घटना है। बारह साल पहले आढ़त बाजार में एक पल्लेदार ने आढ़ती के परिवार के चार लोगों की हत्या कर दी थी। इधर, पुलिस व्यापारी की दूसरी पत्नी से भी कुछ जानकारी जुटाने के प्रयास कर रही है, इसके लिए एक टीम सहारनपुर भेजी गई है।
घटना कैंट थाना क्षेत्र के किशन नगर चौक के पास आदर्शनगर में हुई। यहां पर होर्डिग व्यापारी जय सिंह, अपनी पत्नी कुलवंत कौर और अलग रह रही दूसरी पत्नी अनीता के बेटे हरमीत के साथ रहते हैं। जय सिंह का होर्डिग का कारोबार है। पलटन बाजार में उनका कार्यालय है। दीपावली से एक दिन पहले उनकी गर्भवती बेटी हरजीत उर्फ हनी अपने पांच साल के बेटे कंवल व तीन साल की बेटी सुखमणि के साथ यमुनानगर हरियाणा से दून आई आई थीं। उसकी शादी वहां एक ट्रांसपोर्टर से हो रखी है। वह प्रसव के लिए मायके आई थी। हरजीत की इन्हीं दिनों डिलीवरी होनी थी। जानकारी के अनुसार सुबह करीब आठ बजे जय सिंह की नौकरानी राजी काम पर पहुंची। दरवाजा खोलकर वह अंदर दाखिल हुई तो वहां हरमीत बैठा हुआ था। उसके शरीर पर खून के छींटे और एक हाथ में पट्टी बंधी थी। हरमीत ने मकान में पानी न आना कहते हुए नौकरानी को चले जाने को कहा। तभी नौकरानी ने वहां पर खून से सनी एक शर्ट भी देखी। इसी बीच, एक बच्चा (व्यापारी की बेटी का लड़ा कंवल) दरवाजा खुलते ही बाहर की तरफ भागा। हरमीत के हाव-भाव और वहां की परिस्थितियों को देखते हुए नौकरानी ने किसी अनहोनी की आशंका पर पड़ोसियों को इत्तिला किया। आस पड़ोस के लोग वहां पहुंचे तो उन्हें घर के भीतर कमरों में हर तरफ खून ही खून पड़ा दिखा। ड्राइंग रूम में हरजीत, कुलवंत और तीन साल की सुखमणि खून से लथपथ पड़ी हुई थी। पड़ोसियों की सूचना पर कुछ ही देर में पुलिस वहां पहुंची। पुलिस को व्यापारी जय सिंह का शव एक कमरे में पड़ा मिला। उनके शरीर पर धारदार हथियार के 24 घाव थे। उनकी पत्नी कुलवंत के 9, बेटी के 7 और नातिन के शरीर पर पांच घाव थे।
गर्भवती बेटी हरजीत के गर्भस्थ शिशु के बच्चा जीवित होने की संभावना को देखते हुए पुलिस हरजीत को तत्काल पहले एक निजी नर्सिग होम और फिर दून अस्पताल ले गई, वहां डाक्टरों ने गर्भस्थ शिशु को भी मृत घोषित कर दिया।
इस बीच, पुलिस को व्यापारी के घर के बरामदे में एक युवक बैठा दिखा, उसे भी मामूली चोटें आई थी। लोगों ने उसका परिचय व्यापारी के बेटे हरमीत के रूप में दिया। उसकी हरकतें संदिग्ध देख पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। थाने ले जाकर उससे पूछताछ की गई। हालांकि वह पुलिस के सामने बार-बार बयान बदलता रहा, लेकिन पुलिस ने शक के आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया। व्यापारी के भतीजे अजित सिंह ने उसके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है।
पुलिस के अनुसार पड़ताल में सामने आया कि व्यापारी जय सिंह के दूसरी पत्नी (हरमीत की मां) अनीता से दो बच्चे हैं, कुछ साल पहल उनका कानूनी अलगाव हो गया था। समझौते तहत बड़ा बेटा हरमीत जय सिंह के पास, जबकि छोटा बेटा पारस दूसरी पत्नी अनीता के पास सहारनपुर में रहता है।
पुलिस के अनुसार हरमीत नशे का आदी है, उसकी अक्सर घरवालों से तकरार होती रहती थी। कुछ दिन पहले भी किसी बात को लेकर उसका पिता से विवाद हुआ था। बताया यह भी जा रहा है कि व्यापारी जयसिंह ने मायके आने पर बेटी हरजीत को दीपावली गिफ्ट के तौर पर 25 हजार रुपये का मोबाइल दिया था, हरमीत इससे भी नाराज चल रहा था। पिता दीपावली के बाद उसे भी मोबाइल गिफ्ट करने का वादा किया था।