रंगड़गांव में हेलीकॉप्टर से गिराई खाद्य सामग्री
जागरण संवाददाता, देहरादून: कई दिनों की हीलाहवाली के बाद आखिरकार तंत्र की तंद्रा टूटी और उसने आपदा प्रभावितों की सुध ली। इस कड़ी में शनिवार को देहरादून जनपद से सटे टिहरी जिले के सीमांत रंगड़गांव में हेलीकॉप्टर से खाद्य सामग्री गिराई गई। इस गांव को देहरादून से जोड़ने वाला एकमात्र मार्ग सप्ताहभर पहले पूरी तरह ध्वस्त हो गया था। साथ ही लोगों के पास उपलब्ध राशन खत्म होने से विकट स्थित उत्पन्न हो गई थी।
बता दें कि बीती 14-15 अगस्त को सौंग नदी के उफान पर आने से रंगड़गांव के छह मकान ध्वस्त होने से सात परिवार बेघर हो गए थे। साथ ही गांव को सौंग नदी के किनारे-किनारे मालदेवता होते देहरादून से जोड़ने वाला रास्ता भी पूरी तरह ध्वस्त हो गया, जिससे 45 परिवारों वाला यह गांव एक प्रकार से कैद हो गया है। इस बीच वहां लोगों के पास उपलब्ध राशन भी खत्म हो गया। हालांकि, शुक्रवार को बेघर हुए सात परिवारों तक जैसे-तैसे थोड़ा बहुत राशन पहुंचाया गया। इस बीच शनिवार को हेलीकॉप्टर से गांव में खाद्य सामग्री गिराई गई।
रंगड़गांव के प्रधान भरत सिंह ने बताया कि गांव में खाद्य सामग्री से भरे लगभग सौ थैले गिराए गए। प्रत्येक थैले में आटा, चावल, दाल, मसाले आदि सामग्री है। उधर, टिहरी जिले के उन आपदा प्रभावित गांवों में भी हेलीकॉप्टर से खाद्य सामग्री गिराई गई, जो सड़क संपर्क से कटे हुए हैं।