रुपहले पर्द पर वापसी
जागरण संवाददाता, देहरादून: टीवी सीरियल में एक जैसे किरदार निभाते-निभाते बोर हो गई थी। कुछ नया करने के उद्देश्य से चार साल तक ब्रेक लिया। लंदन में एक्टिंग, ड्रामा व फिल्म मेकिंग की पढ़ाई की। काफी कुछ सीखने को मिला। अब इरादा फिल्म करने का है। स्टार प्लस पर प्रसारित हो चुके सीरियल कहानी घर-घर की, क्योंकि सास भी कभी बहू थी सहित कई सीरियलों में अपनी अदाकारी दिखा चुकी सिने कलाकार किरन दुबे का कहना है कि अच्छी स्क्रिप्ट मिलेगी तो वह फिल्मों में काम करने को तैयार हैं।
रविवार को वेल्हम ब्वॉयज स्कूल में आयोजित रोलर स्केटिंग प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रही किरन दुबे का दून से गहरा नाता है। किरन की परवरिश दून में हुई। किरन के पिता केएल दुबे का दून के टर्नर रोड स्थित आवास है और वह बिजनेसमैन हैं। यहां के सेंट मैरी, राजा राममोहन राय अकेडमी, सेंट थॉमस कॉलेज व मसूरी के श्री गुरु नानक फिफ्थ सेनेटरी स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर चुकी किरन लगभग 19 साल बाद दून लौटी हैं। बातचीत में किरन ने बताया कि देश में फिल्मों के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी हैं। वह बताती है कि बालाजी के विभिन्न सीरियल में काम करने से उकता गई थी। इससे 2010 में वह पढ़ाई करने के लिए लंदन चली गई। उन्होंने कहा कि आज का सिनेमा अलग हो गया है। किसी एक वर्ग को ध्यान में रखकर फिल्म नहीं बनाई जा सकती है। क्रास ओवर सिनेमा की मांग बढ़ी है। वह कहती हैं कि रुपहले पर्दे को काफी मिस किया है। जल्द ही वह मुंबई वापसी करेंगी।
अब नहीं रही दून में पहली वाली बात
किरन कहती हैं कि दून का मौसम आज भी पहले जैसा है, लेकिन यहां की आबोहवा बदल गई है। बेतरतीब निर्माण से दून की सुंदरता खो सी गई है। वह बताती हैं कि पहले जब घर की छत पर खड़े होते थे, तब मसूरी की पहाड़ी साफ दिखाई देती थी, मगर अब बहुमंजिला इमारतें ही नजर आती हैं।