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अंतर्राष्ट्रीय माफिया ने कराया बाघ का शिकार!

By Edited By: Published: Fri, 18 Apr 2014 01:01 AM (IST)Updated: Fri, 18 Apr 2014 01:01 AM (IST)
अंतर्राष्ट्रीय माफिया ने कराया बाघ का शिकार!

केदार दत्त, देहरादून:

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बाघों की प्रमुख सैरगाह विश्व प्रसिद्ध कार्बेट नेशनल पार्क से लगे तराई पश्चिमी वन प्रभाग के बैलपड़ाव में बाघ का शिकार अंतर्राष्ट्रीय माफिया के इशारे पर हुआ और इसके लिए विदेश से बाकायदा पैसा भी भेजा गया। यही नहीं, कार्बेट पार्क समेत आसपास के इलाकों में अन्य बाघ भी शिकारियों के निशाने पर थे। जांच-पड़ताल में सामने आए इन तथ्यों से वन्यजीव महकमे के होश फाख्ता हो गए हैं। इसे देखते हुए अब वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो से भी मदद मांगी गई है।

तराई पश्चिमी वन प्रभाग के बैलपड़ाव में बाघ के शिकार की घटना से पूरे कार्बेट लैंडस्केप में बाघों की सुरक्षा पर फिर सवाल खड़ा हो गया है। सोमवार को मृत मिले इस बाघ का जिस बेरहमी से कत्ल किया गया, उससे क्षेत्र में किसी गिरोह के सक्रिय होने की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता। हालांकि, वन्यजीव महकमा जांच-पड़ताल में जुटा है, लेकिन इसमें जो तथ्य सामने आ रहे वे चौंकाने वाले हैं।

सूत्रों के मुताबिक यह बात भी सामने आ रही कि बाघ का शिकार अंतर्राष्ट्रीय माफिया के इशारे पर हुआ। शिकार के लिए कुछ मजदूरों के माध्यम से तिब्बत के रास्ते पैसा भी भेजा गया। शिकारियों की नजर न सिर्फ बैलपड़ाव बल्कि आसपास के क्षेत्रों के साथ ही कार्बेट पार्क के दूसरे बाघों पर भी थी। बाघ के शिकार में कौन सा गैंग शामिल था, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। इसे देखते हुए जांच-पड़ताल में वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो की मदद ली जा रही है। इस सिलसिले में ब्यूरो से संपर्क साधा गया है। साथ ही पूरे कार्बेट लैंडस्केप में चौकसी कड़ी कर दी गई है।

उत्तराखंड में बाघों की मौत

2010-2011-2012-2013-2014

खाल-0-1-0-0-0

हडिडयां-0-0-9 किग्रा-1.4 किग्रा-0

शिकार-1-1-3-8-1

मृत मिले-4-7-7-1-1

वन विभाग/पुलिस की गोली का निशाना-0-1-0-0-0

सड़क दुर्घटना-0-1-0-0-0

आपसी संघर्ष-1-5-0-1-0-1

दूसरे जनवरों से संघर्ष-1-1-0-0-0

उपचार के दौरान-0-1-2-0-0

(स्रोत: वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन सोसायटी आफ इंडिया)

'बैलपड़ाव में बाघ के शिकार मामले की गहन जांच पड़ताल चल रही है। कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो की मदद ली जा रही है। साथ ही कार्बेट लैंडस्केप में कड़ी चौकसी बरती जा रही है।'

-एसके दत्ता, अपर प्रमुख वन संरक्षक वन्यजीव, उत्तराखंड


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