विशायल खत में मना एक दिन का बिस्सू
संवाद सूत्र, चकराता/साहिया: जौनसार बावर के विशायल खत अंतर्गत डेढ़ दर्जन गांवों में बिस्सू मेला चार दिन के बजाए इस साल भी सिर्फ एक दिन ही मनाया गया। गत वर्ष खत की खुली बैठक में इस संबंध में निर्णय लिया गया था, जबकि जौनसार की अन्य 38 खतों में बिस्सू की धूम चार दिन तक चलेगी। उधर, साहिया बाजार में बिस्सू पर्व पर खरीदारी करने वालों की भारी भीड़ जुटी। लोगों ने पर्व पर अपने लिए कपड़ों व अन्य जरूरी सामानों की खरीदारी की।
जनजाति क्षेत्र जौनसार-बावर में बिस्सू चार दिन तक धूमधाम के साथ मनाया जाएगा, वहीं विशायल खत में सिर्फ एक दिन का ही बिस्सू मनाया गया। खत के सामूहिक निर्णय के अनुसार विशायल खत का बिस्सू पर्व दो जगह आयोजित किया गया। इसमें कोटी, परियाड, सिमोग, लेल्टा, पाटा, टिकऊ, जडाना, देसोऊ, डांडा, रूपौ, मुडवाण, कांडी व सराडी गांवों के लोगों ने मंगलवार को बिस्सू ढोल दमोऊ के साथ खुरूडी डांडा पहुंचा, जहां लोगों ने सामूहिक रूप से नृत्य किया। लोक गीत हारूल, छुमके व नाटियों के साथ ही झेंता, रासो जैसे नृत्यों की धूम रही। तबी आओ बिस्सू रो तैवारो.., तबी आई छितंरो नई दिवाडी.., तौंसो दो तौरो नेगी रणिया भकांणो.., दूधे बाणी खीरा ले बांकी रामादेईए..जैसे लोक गीतों से खुरूडी डांडा परी तरह लोक संस्कृति से गुलजार रहा। डिमऊ, कोटा, अतलेऊ व दोऊ गांव के लोगों का बिस्सू बरखांणी धार नामक स्थल में मनेगा। वहीं साहिया बाजार में बिस्सू पर्व को लेकर मंगलवार को भीड़ रही। युवाओं का ज्यादा जोर कपड़ों की खरीदारी पर रहा।