गरीबी की नई परिभाषा केंद्र की संवेदनहीनता: भाजपा
जागरण ब्यूरो, देहरादून: नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट ने केंद्र सरकार की गरीबी की नई परिभाषा को उसकी संवेदनहीनता का उदाहरण बताया।
एक बयान में उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने आंकड़ों के हेरफेर से चुनावी साल में गरीबों की आय महज एक रुपये बढ़ाकर 17 करोड़ गरीब कम करने का चमत्कार किया है। आंकड़ेबाजी के इस चमत्कार पर केंद्र सरकार अपनी पीठ भी थपथपा रही है। सत्तापक्ष के सांसदों भी इस मामले में हास्यास्पद बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश से गरीबी मिटाने का काम गरीबी की परिभाषा बदलकर नहीं, बल्कि धरातल पर काम करने से ही हो सकता है। देश की जनता कांग्रेस सरकार की आंकड़ेबाजी को अच्छी तरह समझ गई है और आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को इसका माकूल जवाब देने का मन बना चुकी है।
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