गांवों में रात्रि विश्राम कर करें समस्याओं का समाधान
संवाद सहयोगी, चम्पावत : ग्राम विकास अधिकारी सप्ताह में तीन दिन आवंटित क्षेत्र मुख्यालय में बैठने
संवाद सहयोगी, चम्पावत : ग्राम विकास अधिकारी सप्ताह में तीन दिन आवंटित क्षेत्र मुख्यालय में बैठने के साथ ही अन्य दिन दूरस्थ गांवों में रात्रि विश्राम कर ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान करें। उक्त निर्देश जिला विकास अधिकारी ने खंड विकास व ग्राम विकास अधिकारियों को दिए।
डीडीओ आरसी तिवारी ने कहा कि गांव में मनरेगा व अन्य मदों से किए जा रहे चालखाल, रास्ते, सुरक्षा दीवार, वनीकरण, गूल आदि कार्यो का स्थलीय निरीक्षण कर उसके फोटोग्राफ उपलब्ध कराएं। उन्होंने मनरेगा की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी हाथों को काम दें और इसमें किसी भी तरह की वित्तीय अनियमितता पाए जाने पर कड़ी विभागीय कार्रवाई के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा कि ग्राम विकास अधिकारी गांव में पहुंच मनरेगा व अन्य मदों से किए कार्यो का भौतिक सत्यापन करें। उन्होंने गांवों में निवास के दौरान किए जा रहे कार्यो का मस्टरोल भी सत्यापन करने के निर्देश दिए। डीडीओ ने खंड विकास अधिकारियों को भी माह में ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण करने तथा ग्राम विकास अधिकारियों द्वारा किए जा रहे भ्रमण का सत्यापन करने के निर्देश दिए। उन्होंने मनरेगा सहायकों को विकास खंड में विभिन्न मदों के अंतर्गत किए जा रहे कार्यो का एमआईएस करने के निर्देश दिए। बैठक में कई ग्राम विकास अधिकारियों को अपने क्षेत्र में मनरेगा मजदूरी मद में आवंटित धनराशि की जानकारी नहीं होने पर डीडीओ ने कड़ी फटकार लगाई। साथ ही डायरी मेंटेन करने और गांवों में हो रहे प्रत्येक कार्य की स्थिति उसमें दर्ज करने को कहा। बैठक में खंड विकास अधिकारी पूरन सिंह रावत, भूपाल सिंह खाती, केएस नयाल, सीएस मेवाड़ी समेत अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।