सूख रहे जल स्रोतों को बारिश से मिली संजीवनी
संवाद सहयोगी, चम्पावत : मौसम की मेहरबानी से जल महकमे ने राहत की सांस ली है। रुक-रुककर हो रही बारिश क
संवाद सहयोगी, चम्पावत : मौसम की मेहरबानी से जल महकमे ने राहत की सांस ली है। रुक-रुककर हो रही बारिश के चलते योजनाओं में पानी बढ़ने लगा है। सिंचाई में पेयजल का कम उपयोग होने से अब नगर में पानी की किल्लत भी कम होने लगी है।
बीच में गरमी बढ़ने के साथ ही चम्पावत नगरीय व लोहाघाट, बाराकोट, पाटी, खूना मलख, वनगांव, सैरीगैर, चमोलाजाख, जाख जिल्ली, पुल्ला, डड़ा बिष्ट, फूंगर समेत 26 पेयजल योजनाओं में 50 फीसद तक पानी की कमी हो गई थी। टैंकरों से पानी भरने को भी नोकझोंक की नौबत आने लगी थी। अब पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते पेयजल योजनाओं में भी करीब 20 फीसदी तक पानी बढ़ गया है। इससे किल्लत कम हो गई है। जल संस्थान दो दिन छोड़कर लोगों को पानी उपलब्ध करा रहा है। करीब दो घंटे तक लोगों को भरपूर पानी मिल रहा है। चम्पावत में पानी की आपूर्ति छह पिकअप व दो टैंकरों के माध्यम से की जा रही थी। विभाग ने अब एक पिकअप कम कर दी है। लोहाघाट में दो पिकअप व इतने ही टैंकर, पाटी में दो व बाराकोट में एक पिकअप से लोगों तक पानी पहुंचाया जा रहा है।
इधर जमकर बारिश होने से लोगों ने पाइप के जरिए सब्जियों आदि की सिंचाई करनी भी बंद कर दी है। इससे भी पानी की आपूर्ति पर असर पड़ा है। अगले कुछ दिनों में मानसून की बारिश शुरू होने से पेयजल की समस्या से काफी हद तक निजात मिलने की उम्मीद लगाई जा रही है।
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जिले की 26 पेयजल योजनाओं में पानी 50 फीसद तक कम हो गया था। अब बारिश होने से 20 प्रतिशत तक स्रोतों में पानी बढ़ गया है। इससे पेयजल की किल्लत कम हुई है। -आरके वर्मा, ईई, जल संस्थान