संचार सुविधा को तरसता बनलेख
संवाद सहयोगी, चम्पावत : जिला मुख्यालय से महज 9 किमी की दूरी पर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित बनलेख
संवाद सहयोगी, चम्पावत : जिला मुख्यालय से महज 9 किमी की दूरी पर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित बनलेख क्षेत्र आज भी संचार सुविधा को तरस रहा है। वर्तमान हाईटेक युग में नेटवर्क नहीं होने से ग्रामीणों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों ने इस संबंध में पूर्व में सांसद व केंद्रीय कपड़ा राज्यमंत्री को भी ज्ञापन भेजा। बावजूद इसके आज तक समस्या का समाधान नहीं हो पाने से ग्रामीण खासे व्यथित हैं।
टनकपुर-तवाघाट राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 125 में बनलेख क्षेत्र है। यहां की आबादी करीब 400 है। क्षेत्र में किसी भी कंपनी की संचार सुविधा नेटवर्क के अभाव में काम नहीं करती है। क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता मोहन चंद्र जोशी, रमेश चंद्र ने बताया कि ग्रामीणों को जरूरी बात करने के लिए 6 किमी दूर धौन, ललुवापानी या जिला मुख्यालय के निकट आना पड़ता है। इससे उनका समय व धन भी बर्बाद होता है। उन्होंने बताया कि बनलेख क्षेत्र में कोई दुर्घटना या आकस्मिक किसी का स्वास्थ्य बिगड़ने की स्थिति में भी वह इसकी सूचना पुलिस, स्वास्थ्य महकमे व अन्य को नहीं दे सकते हैं। उन्होंने बताया कि कई बार अधिकारियों से संचार सुविधा को दुरूस्त करने की मांग उठाई जा चुकी है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। ग्रामीण भवदेव जोशी, ईश्वरी दत्त, नीलाधर जोशी, चंद्रमणि, रेवाधर, प्रेमराम, पनराम, चंद्रशेखर शर्मा आदि ने बताया कि इस संबंध में सांसद व केंद्रीय कपड़ा राज्यमंत्री अजय टम्टा को भी ज्ञापन सौंपा गया था लेकिन आज तक उनकी ओर से भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि शीघ्र ही बीएसएनएल व अन्य संचार सुविधाओं को दुरूस्त नहीं किया गया तो वह आंदोलन को विवश होंगे।