गैस के लिए मारामारी की नौबत
संवाद सहयोगी, चम्पावत। जिला मुख्यालय की एकमात्र एजेंसी में गैस की आपूर्ति कम होने से उपभोक्ताओं की भ
संवाद सहयोगी, चम्पावत। जिला मुख्यालय की एकमात्र एजेंसी में गैस की आपूर्ति कम होने से उपभोक्ताओं की भारी फजीहत हो रही है। गैस वितरण के दौरान उपभोक्ताओं के बीच गैस पाने के लिए मारामारी की नौबत तक आ जा रही है। शुक्रवार को तीसरे दिन गैस पहुंचने पर एजेंसी पर भारी भीड़ उमड़ गई। जिसे बमुश्किल काबू किया गया।
करीब दो माह से चम्पावत गैस एजेंसी से जुड़े उपभोक्ता गैस की कमी से जूझ रहे हैं। लोग रोजाना गैस एजेंसी पहुंचते, लेकिन उन्हें बैरंग लौटना पड़ता था। आसपास के इलाके में भी लोग गैस को तरस रहे हैं। नवंबर माह में तो गैस की भारी किल्लत हो रही है। इस महीने तो एजेंसी में जरूरत के मुताबिक गैस ही नहीं मिली। शुक्रवार को तीसरे दिन गैस की गाड़ी चम्पावत पहुंची तो लोगों का रेला उमड़ पड़ा। गाड़ी में केवल 222 सिलेंडर थे। भीड़ होने से गैस एजेंसी में अफरा तफरी का माहौल रहा।सौ से अधिक उपभोक्ताओं को बैरंग लौटना पड़ा।
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चम्पावत एजेंसी में हर माह दो दर्जन से अधिक गाड़ी गैस की मांग रहती है। पिछले महीने तक 22 गाड़ियां गैस मिल जाती थी, इस वजह से दिक्कत नहीं नहीं होती थी। इस बार अब तक केवल 14 ट्रक गैस आ पाई है। प्लांट से ही गैस की आपूर्ति कम हो रही है। इस वजह से बैकलाग करीब डेढ़ हजार तक पहुंच गया है।
- सुनील वर्मा, गैस प्रबंधक
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तमाम इलाकों में नहीं पहुंची गैस
चम्पावत। नवंबर माह में एजेंसी से तामली, मंच, मौनपोखरी, कठाड़, बरदोली, चौकी, नवोदय विद्यालय क्षेत्र, ढकना बडोला, चौड़ा राजपुरा, धौन दियूरी, कलक्ट्रेट रोड समेत तमाम इलाकों में गैस की आपूर्ति नहीं की जा सकी। इन इलाकों में गैस एजेंसी अपने स्तर से पिक-अप वाहन से गैस की सप्लाई करती है। जिससे उपभोक्ताओं को एजेंसी तक दौड़ नहीं लगानी पड़ती है। गैस न पहुंचने से सीमांत तल्लादेश, दूरस्थ धौन दियूरी इलाके के साथ ही आसपास के गांवों के उपभोक्ता खासे परेशान हैं।