अब सामान्य हो गए हैं नेपाल सीमा के हालात
बनबसा : नेपाल को नए संविधान की मंजूरी मिलने के बाद उसमें मधेशियों को पर्याप्त हक न दिए जाने के आरोपो
बनबसा : नेपाल को नए संविधान की मंजूरी मिलने के बाद उसमें मधेशियों को पर्याप्त हक न दिए जाने के आरोपों के बीच भारत-नेपाल के सीमांत क्षेत्र में पनपे हालातों में अब सुधार आ गया है। स्थिति सामान्य होने के बाद नेपाल में भारतीय वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है। जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है।
सूबे का चम्पावत जिला और नेपाल का कंचनपुर जिला दोनों देशों के सीमांत क्षेत्र में आता है। नेपाल के कंचनपुर जिले में वहा के पर्वतीयों के अलावा बड़ी संख्या में थारू जनजाति के लोग निवास करते हैं। जो नेपाल में ही अलग थरूवट प्रदेश की माग कर रहे हैं। इसके अलावा मधेशी समुदाय के लोग इस जिले को मधेश प्रदेश में मिलाने की माग कर रहे हैं। नेपाल पर्वतीय समाज के लोग कंचनुपर जिले को थारुवाट एवं मधेश प्रदेश में मिलाए जाने के खिलाफ हैं। इसी को लेकर नेपाल के कंचनपुर जिले में तीनों बड़े वर्गो के बीच तनातनी का माहौल बना हुआ है। जिसका असर उत्तराखंड के सीमांत जिले चम्पावत के बनबसा व टनकपुर पर भी रहा। परिणामस्वरूप करीब लगभग दो सप्ताह तक यहा नेपाल को होने वाला आवागमन एवं व्यापार प्रभावित रहा। अब नेपाल सरकार द्वारा विरोधी गुटों को वार्ता के लिए बुलाए जाने तथा कुछ सख्ती किए जाने का असर नेपाल के सीमांत क्षेत्र में दिखाई देने लगा है। फिलहाल नेपाल के कंचनपुर जिले के हालात पूरी तरह सामान्य हैं। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर दोनो देशों के बीच आवागमन सामान्य हो गया है। जिससे लोगों ने राहत महसूस की है।