Move to Jagran APP

एफडी के नाम पर महिलाओं से धोखा

जागरण संवाददाता, चम्पावत : क्षेत्र के तमाम ग्राम प्रधानों ने प्रशासन पर गोरल चौड़ मैदान में जनधन सुरक

By Edited By: Published: Fri, 28 Aug 2015 10:00 PM (IST)Updated: Fri, 28 Aug 2015 10:00 PM (IST)
एफडी के नाम पर महिलाओं से धोखा

जागरण संवाददाता, चम्पावत : क्षेत्र के तमाम ग्राम प्रधानों ने प्रशासन पर गोरल चौड़ मैदान में जनधन सुरक्षा योजना के नाम पर बुलाई गई महिलाओं के साथ धोखा करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि भारी अव्यवस्था के चलते दूरदराज से आई महिलाओं को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इतना ही नहीं, पहले कहा गया था कि मेरा धन मेरा वृक्ष योजना के तहत पौधों के साथ एफडी भी दी जाएगी, लेकिन वहां पर महिलाओं के साथ धोखा हुआ। किसी को भी एफडी नहीं दी गई। कार्यक्रम में जिन भी बैंकों को बुलाया गया था, उनके सामने बोर्ड नहीं लगाया गया था। इस वजह से ग्रामीण क्षेत्रों की निरक्षर महिलाओं को अपने खाते से संबंधित बैंक को खोजने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। आरोप लगाने वालों में मुड़ियानी के प्रधान देवेंद्र माहरा, चैकुनी बोरा के महेश सिंह, राकड़ी फुलारा के संजय सिंह रावत, बाजरीकोट के सुरेंद्र नाथ, डुंगरासेठी के महेश सिंह, ढकना के विनोद सिंह, बाजरीकोट के उप प्रधान नवीन सिंह कार्की शामिल हैं।

prime article banner

=== इनसेट ===

कर्मचारी ने महिला को थप्पड़ मारा

चम्पावत: चैकुनी बोरा के ग्राम प्रधान मेहश सिंह ने बताया कि गोरल चौड़ मैदान के पंचायत भवन में 'जनधन से जन सुरक्षा बीमा योजना' व 'मेरा धन मेरा वृक्ष योजना' के तहत बुलाई गई तमाम महिलाओं से कर्मचारियों ने अभद्रता व मारपीट भी की। इसको लेकर महिलाओं व उनके परिजनों में खासा रोष है। उन्होंने बताया कि चैकुनी गांव की नीलावती देवी पत्नी हरीश राम की पत्नी को एक पौधे मांगते समय एक कर्मचारी ने थप्पड़ मार दिया। इससे उनके चेहरे पर चोट आ गई। उन्होंने जिला प्रशासन से कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.