स्लाइडिंग जोन में तैनात हों जेसीबी मशीनें
जागरण संवाददाता, चम्पावत: डीएम दीपेंद्र चौधरी ने मानसून सत्र के दौरान किसी भी प्रकार की आपदा से निपट
जागरण संवाददाता, चम्पावत: डीएम दीपेंद्र चौधरी ने मानसून सत्र के दौरान किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने लोनिवि, पीएमजीएसवाई एवं एनएच के अधिकारियों को स्लाइडिंग जोन में जेसीबी मशीनें तैनात किए जाने के निर्देश दिए।
आपदा प्रबंधन से जुड़े महत्वपूर्ण कार्यो की समीक्षा करते हुए डीएम ने स्वास्थ्य विभाग को दवाइयों, उपकरणों का उचित स्टाक के साथ एंबुलेंस की व्यवस्था सुचारु रखने के निर्देश दिए। जिला पूर्ति अधिकारी को सभी गोदामों में तीन माह का राशन अनिवार्य रूप से रखने के निर्देश दिए गए। वहीं लोनिवि, पीएमजीएसवाई एवं एनएच के अधिकारियों को अति संवेदनशील स्लाइडिंग जोन चल्थी, अमोड़ी, स्वाला, बनलेख, घाट, पनार आदि स्थानों पर जेसीबी तैनात किए जाने तथा सिमलखेत रोड को एनएच के विकल्प के रूप में तैनात रखने के निर्देश दिए गए। सिंचाई विभाग को लोहाघाट में विभागीय कंट्रोल रूम बनाने के साथ ही टनकपुर व बनबसा बैराज में भी कंट्रोल रूम बनाने के निर्देश दिए गए।
कृषि, उद्यान, विद्युत व परिवहन विभाग के अफसरों को मानसून सत्र के दौरान सब्जियों, फसलों, बिजली आपूर्ति एवं वाहनों की सुरक्षा एवं उपलब्धता के लिए आवश्यक उपाय करने को कहा गया।
आपदा प्रबंधन अधिकारी मनोज पांडेय ने बताया कि जिले में 282 सदस्यों को आपदा से निपटने की ट्रेनिंग दी जा चुकी है। आपदा की पूर्व सूचना अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, ग्राम प्रधानों आदि को एसएमएम से दी जा रही है। हवाई रेस्क्यू के लिए नौ हैलीपेड रजिस्टर्ड हैं। आईटीबीपी, एसएसबी समेत प्रमुख स्थानों पर वायरलेस, सेटेलाइट फोन का प्रबंध किया गया है। एसपी डीएस कुंवर ने सभी थानों चौकियों में भी वायरलेस सेट व सेटेलाइट फोन लगाने तथा तत्काल सूचना देने के लिए वाट्स-एप गु्रप बनाए जाने का सुझाव दिया। साथ ही सभी अधिकारियों से आपदा से निपटने के लिए दिमागी रूप से तैयार रहने की अपील की। बैठक में एसडीएम अशोक जोशी, नरेश दुर्गापाल, पारितोष वर्मा, जेएस राठौर, सीडीओ एसएसएस पांगती, वरिष्ठ कोषाधिकारी खजान पांडेय, डीडीओ विवेक उपाध्याय, एएसडीएम निर्मला बिष्ट, एसीएमओ डा.रश्मि पंत समेत तमाम अधिकारी मौजूद थे।
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अतिवृष्टि के दौरान बंद रहेंगे 22 स्कूल
चम्पावत: डीएम ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को अतिवृष्टि के दौरान जिले के अति जर्जर हो चुके 22 स्कूलों को अनिवार्य रूप से बंद रखने के निर्देश दिए हैं। बताया कि ब्लाक चम्पावत में 10, लोहाघाट में तीन, पाटी में पांच व बाराकोट में चार स्कूल जर्जर हैं। बरसात के दौरान उन स्कूलों को भी बंद रखने के लिए कहा गया है जिनका रास्ता उफनाते हुए नाले से होकर गुजरता है। डीएम ने शिक्षा विभाग व लोनिवि के अधिकारियों को पूर्व में क्षतिग्रस्त स्कूलों की मरम्मत कर आंकलन तत्काल प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।