फागपुर व मनिहारगोठ की होगी 'परवरिश'
जागरण संवाददाता, चम्पावत : कुपोषित बच्चों और गर्भवती महिलाओं के बेहतर उपचार के लिए भारत सरकार के इं
जागरण संवाददाता, चम्पावत : कुपोषित बच्चों और गर्भवती महिलाओं के बेहतर उपचार के लिए भारत सरकार के इंट्रोग्रेटिव सिस्टम स्ट्रेंथिंग के अंतर्गत कनवर्जेट न्यूटिसंस एक्शन (सीएनए) पायलट प्रोजेक्ट 'परवरिश' के लिए चम्पावत विकासखंड में मैदानी क्षेत्र की ग्राम पंचायत फागपुर व मनिहारगोठ का चयन किया गया है। ग्राम पंचायतों में सघन रूप से अभियान चलाकर कार्यक्रम को सफल बनाया जाएगा।
कलक्ट्रेट सभागार में डीएम दीपेंद्र कुमार चौधरी की अध्यक्षता में हुई कार्यशाला में यह निर्णय लिया गया। स्टेट सप्लीमेंट एजेंसी के प्रतिनिधियों ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि 68.81 फीसदी महिला साक्षरता दर के चलते यह जिला सूबे में अंतिम पांच में शामिल है। जिले की 2.59 लाख की जनसंख्या में से 37 हजार बच्चे हैं और शिशु मृत्यु दर प्रति हजार में 34 है। उन्होंने बताया कि कुपोषण की जांच हेतु बच्चों का वजन जरूर तोला जाना चाहिए। जिले के मैदानी क्षेत्र की ग्राम पंचायत फागपुर व मनिहारगोठ में कुपोषित बच्चों की अधिक संख्या होने पर इनका चयन किया गया है। जहां विशेष रूप से अभियान चलाकर ऐसे बच्चों को चिह्नित कर उनका बेहतर उपचार किया जाएगा। साथ ही गर्भवती महिलाओं को भी सुविधाएं मिलेंगी। डीएम ने स्वास्थ्य विभाग व बाल विकास विभाग के अलग-अलग कुपोषण मापक सूचकों पर प्रश्न चिह्न लगाते हुए इसके आंकलन के लिए विश्व बैंक सूचक को अपनाने की बात कही। डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्यक्रम की सफलता के लिए विशेष अभियान चलाया जाए और शत प्रतिशत बच्चों को इसका लाभ मिले। सीडीओ एसएसएस पांगती ने कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी जिलास्तरीय अधिकारियों व कर्मचारियों को क्षेत्रीय नुमाइंदों के साथ समिति का गठन करने के निर्देश दिए। बैठक में एजेंसी प्रतिनिधि स्वप्निल दुबे, वरिष्ठ सलाहकार सुरजीत भद्रा, सीएमओ डॉ. प्रवीन कुमार, डीडीओ वीके उपाध्याय, समाज कल्याण अधिकारी पीसी जोशी, जिला कार्यक्रम अधिकारी शैली प्रजापति, सुपरवाइजर लक्ष्मी पंत सहित तमाम अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।