चौपट हो रहा छात्राओं का भविष्य
लोहाघाट : प्रवक्ताओं की भारी कमी के कारण राबाइंका काकड़ में अध्ययनरत सैकड़ों छात्राओं का भविष्य अधर मे
लोहाघाट : प्रवक्ताओं की भारी कमी के कारण राबाइंका काकड़ में अध्ययनरत सैकड़ों छात्राओं का भविष्य अधर में लटक गया है। आहत अभिभावकों ने नए सत्र से पूर्व प्रवक्ताओं की तैनाती न होने पर पाल्यों को विद्यालय न भेजने की चेतावनी दी है।
करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी शिक्षा व्यवस्था पटरी पर नहीं आ रही है। बदहाल बालिका शिक्षा का उदाहरण जीजीआइसी काकड़ है। 160 से अधिक छात्राओं वाले इस कालेज में लंबे समय से महत्वपूर्ण विषयों के प्रवक्ताओं का टोटा बना है। प्रधानाचार्य समेत सात प्रवक्ताओं एवं तीन सहायक अध्यापिकाओं के पद रिक्त होने से पठन-पाठन ठप हो गया है। वर्ष 2006 में उच्चीकृत इस विद्यालय में पम्दा, बाराकोट, सिंगदा, बिसारी, ढुंगाजोशी, आली, पट्यूड़ी, पठल्ती, नगनूनी, बर्दाखान आदि ग्रामीण अंचलों से छात्राएं मीलों दुर्गम व बीहड़ रास्तों को पार कर अध्ययन के लिए पहुंचती हैं। पीटीए पदाधिकारियों ने बताया कि वह विभागीय अधिकारियों, मंत्रियों एवं जनप्रतिनिधियों से कई बार विद्यालय में रिक्त पदों को भरने की मांग कर चुके हैं पर हर बार उन्हें ठेंगा दिखा दिया जा रहा है।
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जीजीआइसी लोहाघाट भी बदहाल
लोहाघाट : प्रवक्ताओं की कमी के मामले में जीजीआइसी लोहाघाट का भी हाल खराब है। 800 छात्राओं वाले इस विद्यालय में प्रधानाचार्य समेत गणित, जीव विज्ञान, राजनीति विज्ञान, ¨हदी, गृह विज्ञान विषय के प्रवक्ताओं के पद रिक्त हैं। विद्यालय में फर्नीचर की कमी के कारण अधिकांश छात्राएं दरी पर बैठने के लिए मजबूर हैं। विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष गोपाल सिंह ढेक व पीटीए अध्यक्ष पीतांबर गहतोड़ी ने बताया कि राज्य के शिक्षामंत्री समेत जिला प्रशासन से विद्यालय की बदहाली दूर करने की मांग के बाद भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। राबाइंका खेतीखान समेत दर्जनों बालिका विद्यालय भी इसी फेहरिस्त में शामिल हैं।
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राबाइंका काकड़ की बदहाल तस्वीर
प्रधानाचार्य का पद रिक्त
प्रवक्ता अंग्रेजी रिक्त
प्रवक्ता ¨हदी रिक्त
प्रवक्ता भूगोल रिक्त
प्रवक्ता अर्थशास्त्र रिक्त
प्रवक्ता जीव विज्ञान रिक्त
प्रवक्ता संस्कृत रिक्त
प्रवक्ता नागरिक शास्त्र रिक्त
सअ गणित रिक्त
सअ कला रिक्त
सअ व्यायाम रिक्त