बिजली न पानी, सुई में हाहाकार
लोहाघाट : सुई क्षेत्र में पिछले एक सप्ताह से पेयजलापूर्ति व विद्युत आपूर्ति न होने से हाहाकार मच गया
लोहाघाट : सुई क्षेत्र में पिछले एक सप्ताह से पेयजलापूर्ति व विद्युत आपूर्ति न होने से हाहाकार मच गया है। लोग छतों से टपक रहे बर्फ के पानी से प्यास बुझाने को मजबूर हैं। जल संस्थान, बिजली न रहने से पानी की आपूर्ति ठप होने की बात कर रहा है। हालांकि क्षेत्र के लिए बनी लिफ्ट योजना वाले स्थान पाटन में तीन दिन पूर्व ही विद्युतापूर्ति बहाल हो गई थी। ऐसे में पानी न आना लोगों के गले नहीं उतर रहा है। क्षेत्रवासियों ने सोमवार तक पानी व बिजली की आपूर्ति न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
एक सप्ताह पूर्व हुए भीषण हिमपात के बाद बिजली की आपूर्ति ठप होने से सुई लिफ्ट योजना ने काम करना बंद कर दिया। तीन दिन पूर्व लिफ्ट योजना के लिए विद्युतापूर्ति बहाल कर दी गई। इसके बाद भी क्षेत्र में पेयजलापूर्ति नहीं हो पाई है। लोग छतों से टपक रहे बर्फ के पानी पी रहे हैं। मवेशियों की भी बर्फ पिघलाकर प्यास बुझाई जा रही है। बीडीसी सदस्य विमला चतुर्वेदी, बसंत चतुर्वेदी, कैलाश ओली, मदन पुजारी, हरीश चंद्र, गौरीशंकर पंत, दीपा तलनियां, सावित्री चतुर्वेदी आदि ने बताया कि एक सप्ताह से क्षेत्र के नलों में पानी की बूंद नहीं टपकी है। उन्होंने पेयजल संकट के लिए हिमपात से अधिक जल संस्थान की लापरवाही को जिम्मेदार बताया है। ग्रामीणों ने सोमवार तक जलापूर्ति न होने पर विभाग के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है। वहीं जल संस्थान के सहायक अभियंता पवन बिष्ट ने बताया कि वह देहरादून बैठक में शामिल होने गए हैं। पेयजलापूर्ति बाधित होने की सूचना उन्हें नहीं है। दूसरी ओर क्षेत्र में एक सप्ताह बाद भी बिजली की आपूर्ति नहीं हो पाई है। मोबाइल फोन रिचार्ज न होने से लोगों का देश-दुनियां से संपर्क कट गया है। कामकाजी महिलाओं व स्कूली बच्चों को काफी फजीहत झेलनी पड़ रही है।