छात्रवृत्ति योजनाओं से अनभिज्ञ मास्साब !
चम्पावत : शिक्षा विभाग द्वारा सूबे में मेधावी विद्यार्थियों को विद्यालय स्तर पर इंस्पायर अवार्ड सहित
चम्पावत : शिक्षा विभाग द्वारा सूबे में मेधावी विद्यार्थियों को विद्यालय स्तर पर इंस्पायर अवार्ड सहित तमाम छात्रवृत्तियां दी जाती हैं। लेकिन विद्यालयों के मुखिया यानी प्रधानाचार्य को ही योजनाओं की पूरी जानकारी ही न हो तो, शायद यह बात आपको हजम ना हो। लेकिन प्रधानाचार्यो की बैठक में इसकी पोल खुल ही गई। मामला सामने आने पर सीईओ ने कड़ी नाराजगी जताते हुए ऐसे प्रधानाचार्यो को लताड़ लगाई और भविष्य में ऐसा होने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी।
गुरुवार को जिला शिक्षा सभागार में जनपद भर के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट विद्यालयों के प्रधानाचार्यो की बैठक सीईओ आरसी आर्या की अध्यक्षता में हुई। इसमें अर्द्ध-वार्षिक परीक्षा परिणामों की चर्चा करते हुए विद्यार्थियों में पठन-पाठन के प्रति लगाव बढ़ाने और आगामी परीक्षा परिणामों में सुधार के निर्देश दिए। सीईओ ने प्रधानाचार्यो से कहा कि प्री-बोर्ड के साथ ही बोर्ड परीक्षा की तैयारियां सुनिश्चित की जाएं। बैठक में विभिन्न विद्यालयों में चल रहे निर्माण कार्यो की समीक्षा करते हुए तेजी के निर्देश दिए गए। साथ ही टनकपुर के सैंट फ्रांसिस स्कूल में 11 से 14 नवंबर तक आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय विज्ञान महोत्सव को लेकर भी चर्चा हुई और तैयारियों में जुटने को कहा।
इस दौरान जब विद्यार्थियों को दी जाने वाली विभिन्न छात्रवृत्तियों की समीक्षा हो रही थी तो प्रधानाचार्यो से इंस्पायर अवार्ड योजना के तहत जानकारी लेने की कोशिश की गई। लेकिन आलम यह देखने को मिला कि कुछ प्रधानाचार्यो को तो योजना की जानकारी तक नहीं थी। उनसे इस बारे में पूछने पर वह बंगले झांकने लगे। इस पर सीईओ ने कड़ी नाराजगी जताते हुए ऐसे प्रधानाचार्यो को जमकर लताड़ा और चेतावनी दी कि यदि भविष्य में ऐसा हुआ तो कार्रवाई की जाएगी। बैठक में खंड शिक्षा अधिकारी त्रिलोचन जोशी, रमेश राम, वीरेंद्र लाल, एलएम चतुर्वेदी, प्रधानाचार्य जगदीश अधिकारी, चंद्रप्रकाश गहतोड़ी, एचएन जोशी, प्रकाश जोशी, रमसा के भुवन शंकर पांडेय आदि मौजूद रहे। इधर, खेल गतिविधियों में जनपद के खिलाड़ियों द्वारा राज्य स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करने पर जिला खेल समन्वयक महेंद्र बोहरा के कार्यो की सराहना की गई।
इनसेट -
बैठक में प्रधानाचार्यो को छात्रवृत्ति योजना की जानकारी पूर्ण रूप से नहीं थी। जिस पर उन्हें निर्देश दिए गए हैं कि विद्यार्थियों के कौशल विकास से संबंधित योजनाओं की जानकारी उन्हें होनी चाहिए। जिससे कि इसका लाभ विद्यार्थियों को मिल सके। भविष्य में ऐसा होने पर कार्रवाई में देरी नहीं होगी।
- आरसी आर्या, सीईओ, चम्पावत।