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'जुगाड़' पर टिका 'क्लीन-ग्रीन चम्पावत'

चम्पावत : स्वच्छ भारत अभियान के तहत जिला प्रशासन व पालिका ने 'क्लीन ग्रीन चम्पावत' के नारे के साथ का

By Edited By: Published: Wed, 01 Oct 2014 09:39 AM (IST)Updated: Wed, 01 Oct 2014 09:39 AM (IST)
'जुगाड़' पर टिका 'क्लीन-ग्रीन चम्पावत'

चम्पावत : स्वच्छ भारत अभियान के तहत जिला प्रशासन व पालिका ने 'क्लीन ग्रीन चम्पावत' के नारे के साथ काम करना तो शुरू कर दिया है, लेकिन हालात ऐसे नहीं दिख रहे हैं कि नारा साकार रूप ले सकेगा। पालिका के पास सफाई कर्मचारी नहीं के बराबर हैं। ऐसे में जुगाड़ करके भी पालिका प्रशासन शहर की सफाई नहीं करा पा रहा है।

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सरकार ने नगर पंचायत को उच्चीकृत कर करीब साल भर पहले चम्पावत को नगरपालिका का दर्जा तो दे दिया, लेकिन अब तक न तो स्टाफ दिया और न ही सफाई कर्मी। स्वीकृत पदों की संख्या 1974 के जमाने की ही है। वर्तमान में केवल तीन स्थाई सफाई कमी हैं। नौ सफाई कर्मी संविदा पर हैं, जबकि छह मोहल्ला स्वच्छता समिति के माध्यम से रखे गए हैं। धनाभाव के चलते पालिका सफाई कर्मियों को पांच माह से वेतन तक नहीं दे पाई है।

नगर पंचायत के दौरान क्षेत्रफल पांच वर्ग किमी था, वहीं अब बढ़कर दुगना हो गया है। सफाई कर्मी नहीं के बराबर हैं। संसाधनों का भी अभाव बना हे। कूड़ादान जर्जर हो चुके हैं। यही वजह है कि सारा कूड़ा सड़क पर फैला रहता है। मंदिरों के आसपास तक कूड़े के ढेर लगे हैं। नगर का कूड़ा निस्तारित करने के लिए अब तक उचित स्थान नहीं खोजा जा सका है। सारा कूड़ा ललुवापानी रोड पर डाला जाता है। नगर के जल स्रोतों को खराब करने के साथ ही यह कूड़ा हरी-भरी वादी में भी धब्बा लगा रहा है। ऐसे में 'क्लीन-ग्रीन चम्पावत' का नारा साकार हो पाएगा, इस पर लोगों का शक करना स्वाभाविक है।

===इनसेट===

नगर का कूड़ा निस्तारित करने के लिए टनकपुर रोड पर करीब एक हेक्टेयर वन भूमि चयनित कर ली गई है। प्रस्ताव डीएफओ के पास भेजा गया है। वहां से स्वीकृति मिलने के बाद शासन को भेजा जाएगा। सफाई व्यवस्था के लिए 35 कर्मचारियों का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। नए उपकरण भी खरीदे जाने हैं। इस संबंध का प्रस्ताव शासन में लंबित है।

- चंद्रशेखर जोशी, ईओ, नगरपालिका चम्पावत

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नगर को स्वच्छ व सुंदर बनाने का जिम्मा नागरिकों का भी है। इसलिए मोहल्ला स्वच्छता समिति के रूप में लोग कुछ आर्थिक व श्रमदान कर पालिका को सहयोग दें, तो क्लीन ग्रीन चम्पावत का नारा साकार होने में देर नहीं लगेगी। पालिका को भी लोगों को जागरूक कर सहयोग लेने की जरूरत है। सीएम स्तर से भी आश्वासन मिला है कि नई पालिकाओं की हालात में सुधार लाया जाएगा।

- दीपेंद्र कुमार चौधरी, डीएम चम्पावत


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