दूर नहीं हो रहीं उद्यमियों की समस्याएं
चम्पावत : कलक्ट्रेट में आहूत उद्योग मित्र की बैठक में उद्यमियों ने वर्षो से समस्याओं के निस्तारण न होने की तोहमत विभाग पर लगाई। वहीं उद्योग के नाम पर प्लाट हथियाने वालों पर अब तक कार्रवाई न करने पर प्रशासनिक ने उद्योग विभाग के अधिकारियों को कठघरे में खड़ा किया।
कलक्ट्रेट सभागार में सीडीओ श्याम सुंदर सिंह पांगती की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्लास्टिक चेयर उद्योग बनबसा के स्वामी व पूर्व जिपं अध्यक्ष बहादुर पाटनी ने कहा कि एक साल पूर्व उन्होंने बिजली की समस्या उठाई थी, लेकिन समाधान नहीं हुआ। जबकि उद्यमी समस्या के समाधान के लिए आने-वाले खर्च को स्वयं वहन करने के लिए तैयार हैं। एसडीएम नरेश दुर्गापाल ने उद्योग विभाग के अधिकारियों को शीघ्र समाधान के निर्देश दिए। महाप्रबंधक मीना बोहरा के संचालन में आहूत बैठक बताया गया कि जिन औद्योगिक इकाइयों ने उत्पाद शुरू कर दिया है, वह ब्याज उपादान के लिए शीघ्र आवेदन करें, जिससे समय पर कार्यवाही की जा सके। लघु उद्योग क्षेत्र में उत्पादन करने वाली इकाइयों के चिह्नीकरण के बाद भी निरस्तीकरण की कार्यवाही न होने पर सीडीओ व एसडीएम ने विभागीय अधिकारियों भी कठघरे में खड़ा कर दिया। साथ ही अविलंब निरस्तीकरण के निर्देश दिए। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना था कि उनके द्वारा छापेमारी के बाद जांच की गई और बंद उद्योगों को निरस्त करने की संस्तुति दे दी गई है।
बैठक में कहा गया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन के तहत 57 के सापेक्ष 123 आवेदन बैंकों को भेज दिए गए हैं। लीड बैंक अधिकारी यूएस जंगपांगी ने कहा कि एक माह में सभी आवेदन निस्तारित कर दिए जाएंगे। जीएम ने कहा कि पार्ट टू के तहत 246 इकाइयों को स्वीकृति दे दी गई है।
एसपी एग्रो, पाटनी प्लास्टिक, गोज्लयू रेजीडेंसी, जय दुर्गा राइस के मामले निदेशालय को अग्रसारित किए गए हैं। 217 लाख के छह मामले बैंकों को प्रेषित किए गए हैं। जिनमें से तीन पर 188 लाख ऋण बैंकों ने स्वीकृत कर दिया है।
बैठक में एसपी करन सिंह नग्नयाल, ईई पीसी करगेती, पर्यटन अधिकारी एसएस यादव, ईई गणेश जोशी, उद्यमी निर्माला गहतोड़ी, नरेंद्र मोहन जोशी, महेश चौड़ाकोटी, कैलाश ओली, शंकर पांडेय, रविन्द्र तड़ागी, रवि ओली, मनोज, प्रकाश तिवारी, तरूण रौतेला, एजीएम जीवी जोशी, रेंजर एमएम भट्ट, आरसेठी के आरएस रावत, एसीएमओ डा. रश्मि पंत आदि मौजूद रहे।