चम्पावत में बनेंगे 100 शौचालय
चम्पावत : केंद्र सरकार के नमामी गंगे अभियान के तहत जिले की गंगा में मिलने वाली नदियों के किनारे बसे गावों व कस्बों की सूची प्रशासन ने तैयार कर ली है। गंगा तक मैला पानी न पहुंचे इसके लिए प्रशासन ने जिले में 100 शौचालय बनाने का प्रस्ताव शासन को भेजा है।
डीएम दीपेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि जनपद मुख्यालय के समीप से बहने वाले गंडक नदी के किनारे 11,612 लोग बसते हैं। वहीं लोहाघाट के समीप से बहने वाली लोहावती नदी के किनारे 7926 लोगों की बसासत है। शारदा नदी किनारे टनकपुर क्षेत्र में 17,626 तथा बनबसा क्षेत्र में 17,896 की आबादी बसी है। उन्होंने बताया कि नदियों की स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए जिले में 100 शौचालय बनाने का प्रस्ताव बनाया गया है। शौचालयों के लिए ठुलीगाढ़, सूखीढाग, भैरव मंदिर, सिन्याड़ी, चल्थी, कोट अमोड़ी, विश्राम घाट, बनलेख, ललुवापानी, मंच, तामली, मानेश्वर, घाट पुल, बाराकोट बाजार, बर्दाखान बाजार, खेतीखान, पाटी, देवीधूरा, धूनाघाट, रीठासाहिब बाजार, मूनाकोट, किमतोली, पुल्ला बाजार, दिगाली चैड़ व रौसाल को चयनित किया गया है। इन स्थानों पर चार-चार शौचालय बनाए जाएंगे।
आकड़ों के अनुसार शारदा नदी तट पर तीन शव, गंडक नदी किनारे ताड़केश्वर व दीपतेश्वर में एक-एक, लोहाघाट के रिखेश्वर घाट में दो तथा सरयू किनारे स्थित रामेश्वर घाट में प्रतिदिन पाच शव जलाया जाना अनुमानित है। इसलिए श्मशान घाटों को स्वच्छ बनाए रखने का भी प्रस्ताव भेजा गया है। डीएम ने बताया कि देवीधूरा व पूर्णागिरि में मेले के दौरान अस्थाई शौचालय बनाया जाना भी प्रस्ताव में शामिल है। नदियों को साफ-सुथरा रखने का पूरा प्रयास किया जाएगा।