लोहाघाट अस्पताल में मिलीं कई खामियां
जागरण संवाददाता, लोहाघाट : प्लान स्टोर बजट (पीएसबी) की निदेशक डा. आशा बिष्ट ने पीपीपी मोड में संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लोहाघाट का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल के प्रबंधक से व्यवस्थाओं की जानकारी हासिल कर मरीजों से पूछताछ की। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में एक साथ कई खामियां पाई गई। निदेशक द्वारा अस्पताल की रिपोर्ट 4 सितंबर को देहरादून में स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में रखी जाएगी, जिसके आधार पर यह तय होगा कि अस्पताल की व्यवस्था पीपीपी मोड में ही रहेगी या हटेगी।
निरीक्षण के दौरान मरीजों एवं तीमारदारों ने अस्पताल की अव्यवस्थाओं की जानकारी देते हुए बताया कि चिकित्सकों की कमी के कारण उनका उचित उपचार नहीं हो पा रहा है। कई चिकित्सक समय पर उपचार शुरू नहीं करते। सीएमओ डा. हरीश चंद्रा ने बताया कि अस्पताल केपीपीपी मोड में जाने के बाद से ही मरीजों द्वारा बेहतर उपचार न मिलने व चिकित्सकों द्वारा इलाज में लापरवाही बरतने की शिकायत की जाती रही है। सीएमएस डा. पीडी पंगरिया ने भी अस्पताल के कामकाज से अवगत कराया। निदेशक ने अस्पताल के अभिलेखों एवं चिकित्सा उपकरणों को भी देखा। माना कि शील अस्पताल द्वारा अनुबंध के अनुरूप मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई जा रही हैं। निदेशक अपनी रिपोर्ट देहरादून में होने वाली बैठक में रखेंगी। नकारात्मक रिपोर्ट एवं क्षेत्रीय विधायक पूरन सिंह फत्र्याल द्वारा अस्पताल की बदहाली का मुद्दा उच्च स्तर पर उठाए जाने के बाद सरकार पर अस्पताल का संचालन पीपीपी मोड से हटाने का दवाब बढ़ गया है।