नए अंदाज में मनेगा मां नंदा सुनंदा महोत्सव
चम्पावत : सितंबर माह में होने वाले मां नंदा सुनंदा महोत्सव को नए अंदाज में मनाया जाएगा। छह दिनी आयोजन के दौरान डोल यात्रा आकर्षण का केंद्र होगी। अंतिम रोज विशाल भंडारे का आयोजन होगा। पूजा अनुष्ठान बालेश्वर मंदिर में होंगे। आयोजन से पूर्व देव-डंगरियों की गद्दी लगाकर उनसे आशीर्वाद लिया जाएगा। अलबत्ता, आयोजन की तिथियों का निर्धारण अगली बैठक में होगा।
यह निर्णय बालेश्वर मंदिर में आयोजित मां नंदा सुनंदा वेलफेयर सोसाइटी की बैठक में लिया गया। सोसाइटी के अध्यक्ष व व्यापार संघ अध्यक्ष त्रिभुवन गिरि की अध्यक्षता में हुई बैठक में कहा गया कि पूजा व अनुष्ठान कार्यक्रम बालेश्वर मंदिर परिसर में होंगे। उद्घाटन और डोल यात्रा के रोज स्कूली बच्चों द्वारा आकर्षक झांकियां निकाली जाएंगी।
पहले रोज गणेश पूजन और सांस्कृतिक झांकियों के साथ महोत्सव का आगाज होगा। दूसरे रोज कलश यात्रा, मातृका पूजन, नवग्रह पूजन, वास्तु पूजन, क्षेत्रपाल पूजन के साथ कदली वृक्ष को आमंत्रण देने के लिए शोभा यात्रा निकालेगी। तीसरे रोज कदली वृक्ष आगमन होगा और नंदा सुनंदा की मूर्ति निर्माण के साथ ही उसकी प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। चौथे रोज विशेष पूजन और अनुष्ठान होंगे। पांचवे रोज हवन यज्ञ के साथ नंदा सुनंदा की डोला यात्रा निकाली जाएगी और मूर्तियों का विसर्जन होगा। अंतिम दिन विशाल भंडारे के साथ विभिन्न प्रतियोगिताओं में शिरकत करने वाली टीमों को पुरस्कार देने के बाद आयोजन का समापन किया जाएगा। इस संबंध में तीन अगस्त को फिर एक बैठक होगी। जिसमें आयोजन की तिथियों के निर्धारण के साथ ही विभिन्न कार्यक्रमों के लिए समितियों का गठन कर उन्हें जिम्मेदारी दी जाएगी।
बैठक में देव डंगरिए देवी लाल वर्मा, महंत भैरव गिरि, कैलाश नाथ, विकास साह, विमल साह, लक्ष्मण सिंह तड़ागी, प्रहलाद सिंह नेगी, सभासद दीपक तड़ागी, दीपक लारा, विजय वर्मा, किशोर खर्कवाल, हीरा बल्लभ पल्साई, सुरेश खर्कवाल, मुन्ना साह, सुनील तुरी, रितेश राय, गौरव वर्मा, अमित वर्मा, अशोक वर्मा, कौशल साह, मुन्ना राय, अजय प्रहरी सहित तमाम लोग मौजूद रहे।