अब बनलेख में खड़ी रहेगी एक जेसीबी
चम्पावत : चट्टान दरकने से टनकपुर-तवाघाट हाईवे करीब 15 घंटे बंद रहा। मलबा हटाने में बीआरओ व स्थानीय प्रशासन को दिनभर का समय लग गया। इससे सबक लेते हुए प्रशासन ने अब एक जेसीबी को बनलेख में खड़ा करने का निर्णय लिया है। जिससे सड़क बंद होने पर शुरुआत में ही दोनों ओर से खोलने का प्रयास शुरू कर दिया जाए। वहीं चट्टान टूटने वाले स्थान पर अब भी मलबा गिर रहा है। इससे दिनभर यातायात प्रभावित रहा। बीआरओ का डोजर मलबा हटाने में जुटा रहा।
रविवार की रात हुई तेज बारिश की वजह से बनलेख व धौन के बीच चट्टान दरककर हाईवे पर आ गई। इससे सड़क पर बोल्डरों के साथ ही मलबे का पहाड़ जमा हो गया। मलबा हटाने के लिए बीआरओ की तीन जेसीबी मौके पर पहुंचीं, लेकिन तीनों एक ही तरफ से आई थीं। इस वजह से एक ही मशीन काम कर सकी। दो मशीनें खड़ी रहीं। शाम दो बजे एसडीएम सदर नरेश दुर्गापाल के निर्देश के बाद लोनिवि ने चम्पावत की ओर से दो जेसीबी मशीनें लगाई। तब जाकर हाईवे शाम साढ़े सात बजे खुल सका। इससे सबक लेते हुए प्रशासन ने अब एक जेसीबी मशीन को बनलेख में खड़ा करने का निर्णय लिया है।
चट्टान टूटने वाले स्थान पर मंगलवार को भी धीरे-धीरे मलबा सड़क पर गिर रहा था। बीआरओ का डोजर मौके पर ही है। अधिक मलबा जमा होने पर यातायात को रोक कर उसे साफ किया जाता रहा। यह क्रम दिन भर चलता रहा। मलबे की वजह से सड़क का कमजोर हिस्सा व क्रेश बैरियर भी बह गये था। शाम को भी केवल एक वाहन निकलने लायक ही सड़क बन पाई है। अब डोजर डबल रोड बनाने में जुटा हुआ है। मंगलवार को एसडीएम सदर दुर्गापाल ने आपदा प्रबंधन अधिकारी मनोज पांडेय के साथ मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया। साथ ही बीआरओ के कर्मचारियों को डबल रोड बनाने के निर्देश दिए। एसडीएम ने बताया कि धौन व बनलेख के बीच में कुछ और स्थानों पर मलबा आया है। अब एक जेसीबी मशीन बनलेख में खड़ी होगी। जिससे की अधिक मलबा आने पर सड़क को खोलने के लिए दोनों ओर से समय से प्रयास शुरू हो जाएंगे।