नाराज व्यापारियों ने निकाला जुलूस
संवाद सहयोगी, कर्णप्रयाग: नगर क्षेत्र में बदरीनाथ-ग्वालदम राजमार्ग पर निर्माणाधीन पुल के कार्य में लोनिवि की लापरवाही से हो रहे विलंब से नाराज व्यापारियों व जनप्रतिनिधियों का गुस्सा शुक्रवार को सड़कों पर फूट पड़ा, गुस्साए व्यापारियों ने लोनिवि कर्णप्रयाग कार्यालय में तालाबंदी कर क्रमिक धरना शुरू कर दिया। इस दौरान आंदोलनकारियों ने गोपेश्वर से वार्ता को पहुंचे अधीक्षण अभियंता कई घंटे धूप में खड़ा कर रखा।
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार उद्योग व्यापार मंडल कर्णप्रयाग के आह््वान पर शुक्रवार सुबह व्यापारी, जनप्रतिनिधि व स्थानीय लोग उमादेवी तिराहे पर एकत्र हुए और जुलूस निकाल प्रदर्शन करते मुख्य बाजार होते हुए लोनिवि कार्यालय कर्णप्रयाग परिसर पहुंचे। इस अवसर पर आयोजित जनसभा में व्यापार संघ अध्यक्ष कर्णप्रयाग कुशल बिष्ट ने कहा कि लोनिवि की लापरवाही के चलते निर्माणाधीन पुल का कार्य रफ्तार नही पकड़ पा रहा है और पुल पर दो वर्ष बीतने के बाद भी ऐबेटमेंट का कार्य पूरा नही हो सका है। अब कहा जा रहा है कि देहरादून की कंसलटेंट एजेंसी की तकनीकि खामी के चलते पुल के लिए स्वीकृत राशि 4.23 करोड़ से बढ़ कर 6.50 पहुंच गई है। लोनिवि ने रिवाईज इस्टीमेट शासन को नही भेजा है। पुल निर्माण कर रही भारत बिल्डर्स के ठेकेदार ने कार्य आधा-अधूरा छोड़ दिया है। टैक्सी यूनियन अध्यक्ष डॉ.मदन मोहन नवनी ने कहा कि हैरत की बात है कि लोनिवि कर्णप्रयाग के संबधित अधिशासी अभियंता सब कुछ जानते हुए भी कार्यस्थल पर मौजूद नही है। 11 बजे लोनिवि परिसर में पहुंचे व्यापारियों, स्थानीय नागरिकों व जनप्रतिनिधियों के क्रमिक धरना प्रदर्शन व तालेबंदी के चलते लोनिवि कार्यालय में कामकाज पूरी तरह ठप रहा। आंदोलन कर रहे व्यापारियों ने जिला मुख्यालय से पहुंचे अधीक्षण अभियंता को कार्यालय पहुंचते ही खरीखोटी भी सुनाई और अधीक्षण अभियंता को घंटों धूप में खड़ा कर लोनिवि के खिलाफ नारेबाजी की। धरना-प्रदर्शन में अमीरूदीन, राजेन्द्र सिंह रावत, पुष्कर सिंह, जमुना प्रसाद, माया देवी, विक्रम नेगी, मोहन सिंह, जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र सिंह नेगी बैठे रहे।