उद्योगपति मुकेश अंबानी ने बदरी-केदार को अर्पित की 2.44 करोड़ की भेंट
छोटे बेटे आकाश अंबानी के साथ प्रसिद्ध उद्योगपति मुकेश अंबानी ने बदरीनाथ के साथ ही केदारनाथ धाम के दर्शन किए।
चमोली, [जेएनएन]: उद्योगपति मुकेश अंबानी ने सोमवार को परिजनों के साथ भगवान बदरी विशाल और बाबा केदारनाथ के दर्शन किए। उन्होंने बदरीनाथ व केदारनाथ धाम में विभिन्न कार्यों के लिए 2.44 करोड़ की धनराशि दान भी दी। इसमें से 71 लाख की धनराशि से भगवान बदरी नारायण के लिए हीरा जड़ित मुकुट का निर्माण होगा। इस दौरान मुकेश अंबनी ने पुलिस थाना तिराहे के पास बने श्रीहरि अनंत आश्रम का लोकार्पण भी किया।
उद्योगपति मुकेश अंबानी सुबह 9.30 बजे हेलीकॉप्टर से बदरीनाथ धाम पहुंचे। मुकेश के साथ उनका बड़ा बेटा आकाश अंबानी समेत मित्र व चिकित्सक भी थे। मुकेश ने मंदिर में वेदपाठ व गीता पाठ किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि देश की खुशहाली के लिए वे निरंतर बदरीनाथ धाम आते रहे हैं। यहां नि:स्वार्थ भाव से पूजा करने पर सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। दर्शनों के बाद मुकेश ने नवनिर्मित श्रीहरि अनंत आश्रम को श्री बदरी-केदार मंदिर समिति के सुपुर्द किया। इस एक मंजिला आश्रम में गरीब यात्रियों के लिए निश्शुल्क ठहरने की व्यवस्था है।
मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बीडी ङ्क्षसह ने बताया कि उद्योगपति मुकेश अंबानी ने बदरी-केदार धाम में अगले वर्ष की पूजा को चंदन-केसर के लिए 1.51 करोड़ और भगवान बदरी नारायण के हीरा जड़ित मुकुट के लिए 71 लाख की राशि मंदिर समिति को भेंट की। इसके अलावा दोनों धाम के लिए 11-11 लाख की राशि अतिरिक्त दान के रूप में भी दी।
इससे पूर्व, मंदिर समिति की ओर से मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह ने मुकेश की आगवानी की। इस मौके पर धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, एसएसओ दीपक रावत आदि उपस्थित रहे। करीब एक घंटे बदरीनाथ धाम में बिताने के बाद मुकेश केदारनाथ धाम के लिए रवाना हुए। उनके साथ मंदिर समिति के सीईओ बीडी सिंह भी थे।
मुकेश अंबानी बेटे आकाश के साथ सुबह करीब 11 बजे केदारनाथ धाम पहुंचे। हेलीपैड पर स्थानीय हक-हकूकधारियों व तीर्थ पुरोहितों ने फूल मालाओं से उनका स्वागत किया।
मुकेश एटीवी वाहन से केदारनाथ मंदिर परिसर पहुंचे। यहां मुख्य पुजारी बागेश लिंग ने रुद्राभिषेक, जलाभिषेक समेत विशेष पूजाएं संपन्न कराईं। बाद में मुकेश अंबानी ने केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों को भी देखा। साथ ही मंदिर के बाहर स्थानीय लोगों के साथ फोटो भी खिंचवाए। लगभग एक घंटा केदारपुरी में बिताने के बाद मुकेश वापस लौट गए।
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