¨सचाई नहर क्षतिग्रस्त, फसलें हुई चौपट
गोपेश्वर : बालखिला क्षेत्र के गांवों में ¨सचाई विभाग की नहर की मरम्मत न होने के कारण फसलें सूख गई है
गोपेश्वर : बालखिला क्षेत्र के गांवों में ¨सचाई विभाग की नहर की मरम्मत न होने के कारण फसलें सूख गई हैं। ¨सचाई विभाग आपदा मद में बजट न मिलने का रोना रो रहा है।
जिला मुख्यालय गोपेश्वर के निकट बालखिला, चटोली समेत आसपास के क्षेत्र की 50 हेक्टेयर से अधिक ¨सचित भूमि ¨सचाई सुविधा के अभाव में बंजर हो रही है। इस क्षेत्र में गेहूं, जौ के अलावा नकदी फसलों का उत्पादन किया जाता है। एक दशक पूर्व यहां खेतों की ¨सचाई करने के लिए ¨सचाई विभाग ने नहर का निर्माण कराया था। वर्ष 2016 में आपदा के दौरान यह नहर कई जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गई। ग्रामीणों ने श्रमदान कर नहर को कामचलाऊ कर भी दिया था, परंतु उसके बाद फिर से बारिश के दौरान नहर क्षतिग्रस्त हो गई। स्थानीय निवासी योगेंद्र बत्र्वाल का कहना है कि ¨सचाई के अभाव में नकदी फसलों की पैदावार भी ठप पड़ गई है। ¨सचाई विभाग के अधिशासी अभियंता उमेश कुमार का कहना है कि आपदा मद में बजट नहीं मिला। अब विभागीय हेड में बची हुई धनराशि से नहर की मरम्मत का प्रस्ताव तैयार किया गया है।